अमेरिका: पानी में वीडियो बना रहे व्यक्ति के बेहद करीब गिरी आसमानी बिजली, देखें वीडियो
प्राकृतिक संकट से कभी भी किसी को भी दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसा ही एक मामला अमेरिका में सामने आया, जहां एक जीवविज्ञानी आसमानी बिजली से बाल-बाल बच गए। बिजली उनके बेहद पास गिरी और उन्हें इसका करंट भी महसूस हुआ। इस भयावह क्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, फ्लोरिडा के एवरग्लेड्स शहर में 35 वर्षीय फॉरेस्ट गैलांटे अपने यूट्यूब चैनल के एक प्रमोशनल वीडियो बना रहे थे, तभी ये घटना घटी।
एक्स पर साझा की गई वीडियो
वीडियो को बीते बुधवार (03 अक्टूबर) को एक्स यानी ट्विटर पर एड क्रैसेनस्टीन नाम के एक यूजर ने साझा किया । इस 30 सेकंड की वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि फॉरेस्ट किसी पानी वाली जगह के बीच में खड़े होकर अपनी वीडियो को लेकर कुछ बात कर रहे हैं और कुछ ही सेकंड बाद उनके बगल में बिजली गिरती है। इसके बाद वह तुरंत झुक जाते हैं और पानी से बाहर निकल आते हैं।
यहां देखिए वायरल वीडियो
कुछ समय के लिए फॉरेस्ट ने खुद को किया लकवाग्रस्त महसूस
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के बाद फॉरेस्ट ने बताया कि उनका पूरा ध्यान कैमरे पर था, इसलिए उन्हें रोशनी दिखाई नहीं दी, लेकिन उन्हें याद है कि अचानक हुए हमले के तुरंत बाद वह कुछ समय के लिए लकवाग्रस्त महसूस कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, "अचानक तेज गड़गड़ाहट हुई और एक जबरदस्त फ्लैश हुआ। मुझे कुछ नहीं दिखा, लेकिन महसूस हुआ कि मेरे शरीर का निचला हिस्सा जकड़ गया है।"
पानी से होते हुए मेरे दिल और मुंह तक पहुंची बिजली- फॉरेस्ट
फॉरेस्ट ने मीडिया को बताया, "पानी के कारण बिजली वास्तव में मेरे पैरों से होते हुए मेरी छाती, मेरे दिल और मेरे मुंह तक पहुंच गई थी।" उन्होंने कहा कि वह इस घटना में गंभीर रूप से तो घायल नहीं हुए हैं, लेकिन इससे उनके पूरे शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने बताया कि उनके मुंह का स्वाद तक बिगड़ गया है। इसके अलावा उनके शरीर में थोड़ा दर्द भी है।
धीरे-धीरे ठीक हो रहे है फॉरेस्ट
फॉरेस्ट ने कहा, "मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं, जो एक छोटे-मोटे संकट से परेशान हो जाता है, लेकिन यह घटना मेरे जहन से निकल ही नहीं रही है। यह सोचने से ही डर लग रहा है कि मैं बिजली के कितने करीब था।" हालांकि, इतना कुछ होने के बावजूद फॉरेस्ट ने चिकित्सा सहायता नहीं ली और उनमें जो भी लक्षण थे, वे धीरे-धीरे कम होने लगे हैं।