मध्य प्रदेश: डेटशीट और एडमिट कार्ड जारी करने के बाद परीक्षा आयोजित कराना भूली जबलपुर यूनिवर्सिटी
आमतौर पर यूनिवर्सिटी डेटशीट जारी करने के बाद पेपरों का आयोजन अच्छे से करती हैं, जहां तक कि स्कूल में भी ऐसा ही होता है। हालांकि, मध्य प्रदेश की जबलपुर रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी में छात्रों के इस आरोप के बाद अफरातफरी मच गई कि यूनिवर्सिटी 5 मार्च को होने वाले पहले सेमेस्टर के MSc के कंप्यूटर साइंस के पेपर को आयोजित करना भूल गई। हंगामा तब हुआ जब यूनिवर्सिटी के छात्र आंखों पर पट्टी बांधकर कुलपति से मिलने आए।
क्या है मामला?
यूनिवर्सिटी ने MSc कंप्यूटर साइंस की परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी कर दिए थे। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) का आरोप है कि अगर पेपर रद्द किया गया था तो इसकी सूचना उन सभी छात्रों को दी जानी चाहिए थी, लेकिन यूनिवर्सिटी ने ऐसा नहीं किया। इस वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस परीक्षा में कुल 10 छात्र शामिल होने वाले थे और उन्हें बीती 14 फरवरी को एडमिट कार्ड दिए गए थे।
5 मार्च को सुबह 8 बजे होने वाला था पेपर
एडमिट कार्ड के मुताबिक, MSc कंप्यूटर साइंस का पेपर 5 मार्च को सुबह 8 बजे से 11 बजे तक होने वाला था। इसके लिए सभी अभ्यर्थी यूनिवर्सिटी पहुंच गए, लेकिन वहां उन्हें कहा गया कि कोई परीक्षा नहीं है और यूनिवर्सिटी ने प्रश्न पत्र भी तैयार नहीं किया है। इसके बाद जवाबदेही की मांग करते हुए छात्रों ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया, जिसके जवाब में कुलपति आर के वर्मा ने विभागाध्यक्षों और छात्रों के साथ बैठक बुलाई।
मामले की जांच शुरू
कुलपति वर्मा ने कहा, "हमने मामले की जांच शुरू कर दी है और जांच रिपोर्ट जमा होने के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।" इस अनियमितता की जांच का जवाब देने के लिए परीक्षा आयोजित करने वाले अधिकारियों को 3 दिन का समय दिया गया है। इसके अलावा कुलपति वर्मा और रजिस्ट्रार दीपेश मिश्रा ने तुरंत इस परीक्षा का नया शेड्यूल जारी कर दिया।
NSIU ने जताई गंभीर चिंता
कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI के नेता सचिन रजक ने एक लोकल न्यूज चैनल के आगे गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा, "परीक्षा आयोजित करने के लिए डेटशीट और आवश्यक व्यवस्था भूलने में यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही चिंताजनक है।" एक छात्र ने गुस्से में यह भी कहा, "हमने परीक्षा के लिए पूरी रात अध्ययन किया और अंत में यूनिवर्सिटी पहुंचने पर हमें केवल प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली।"