थाईलैंड में हो रहा है पक्षियों का सिंगिंग कॉम्पटिशन, सैंकड़ों पक्षी भाग लेने पहुंचे
हमारे आस-पास तरह-तरह की प्रतियोगिताएँ होती रहती हैं, जिसमें लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। कुछ लोग अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए देश के कोने-कोने से आते हैं। सिंगिंग कॉम्पटिशन (प्रतियोगिता) में आपने लोगों को तो भाग लेते हुए देखा है, लेकिन क्या आपने इसमें कभी किसी पक्षी को भाग लेते हुए देखा है। दरअसल, थाईलैंड में पक्षियों का सिगिंगी कॉम्पटिशन हो रहा है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
थाईलैंड, सिंगापुर और मलेशिया के 1,800 पक्षी ले रहे हैं हिस्सा
जानकारी के अनुसार, थाईलैंड के दक्षिणी प्रांत नारथीवाट में मंगलवार से 'बर्ड सिंगिंग कॉम्पटिशन' शुरू हो चुका है। कॉम्पटिशन में थाईलैंड, सिंगापुर और मलेशिया के 1,800 पक्षी हिस्सा ले रहे हैं। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले प्रशिक्षित पक्षियों को पिंजरे में बिठाकर 15 फिट ऊँचे खंभे पर लटका दिया जाता है। इसके बाद उन्हें बारी-बारी से उतारकर गाने के लिए कहा जाता है। प्रतियोगिता में पक्षियों का गाना सुनने के लिए विशेष जज भी रखे गए हैं।
हर साल किया जाता है प्रतियोगिता का आयोजन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर साल पक्षियों के सिंगिंग कॉम्पटिशन का आयोजन किया जाता है। इसमें बुलबुल, तोते, कबूतर और अन्य छोटे पक्षी हिस्सा लेते हैं और अपनी प्रतिभा दिखाते हैं।
गाने का समय होता है 25 सेकेंड
इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले पक्षियों के मालिक चार महीने पहले से ही अपने पक्षियों को तैयारी करवाना शुरू कर देते हैं। सिंगिंग कॉम्पटिशन में कुल चार राउंड होते हैं। पक्षी को जीतने के लिए एक राउंड में कम से कम तीन बार गाना होता है। गाने का समय लगभग 25 सेकेंड तक होता है। जिन पिंजरों में पक्षियों को रखा जाता है, उन्हें सजाया जाता है और उसमें उनके खाने-पीने की कई चीज़ें भी रखी जाती हैं।
इनाम की रक़म इस साल है डेढ़ लाख रुपये
सिंगिंग कॉम्पटिशन के आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता में जज बारी-बारी से हिस्सा लेने वाले पक्षियों का गाना सुनते हैं। पक्षियों को उनकी बुद्धिमत्ता और गाने के अनुसार नंबरदिए जाते हैं। सबसे ज़्यादा नंबर पाने वाला पक्षी ही विजेता घोषित किया जाता है। पिछले साल के विजेता को 70 हज़ार रुपये इनाम में दिए गए थे, लेकिन इस बार इनाम की रक़म डेढ़ लाख रुपये है। इसके साथ ही विजेता पक्षी के मालिक को ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा।