झारखंड: रेलवे का भगवान हनुमान को 10 दिनों के अंदर मंदिर हटाने का नोटिस
झारखंड के धनबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है जिस पर शायद आपको यकीन न हो। यहां रेलवे ने एक मंदिर को अतिक्रमण बताते हुए भगवान हनुमान के नाम ही नोटिस जारी कर दिया। नोटिस में 10 दिनों के अंदर मंदिर हटाने और जगह को रेलवे के अनुभाग इंजीनियर को सौंपने के लिए कहा गया है। इतना ही नहीं, ऐसा नहीं करने पर रेलवे ने भगवान हनुमान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी भी दी है।
क्या है पूरा मामला?
ये पूरा मामला शहर के बेकार बांध के पास स्थित खटिक बस्ती का है। यहां रेलवे ने भगवान हनुमान को संबोधित करते हुए मंदिर की दीवार पर एक नोटिस चिपकाया है। नोटिस में लिखा है, 'रेल जमीन पर जो आपने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है, वो कानूनन अपराध है। इसे 10 दिनों के अंदर खाली करके रेलवे के अनुभाग इंजीनियर को सौंप दें वरना आपके खिलाफ कार्रवाई होगी।' आखिर में लिखा गया कि इसे अति आवश्यक समझें।
बस्ती के घरों को अवैध बताते हुए रेलवे ने सभी को भेजा नोटिस
रेलवे ने मंदिर के साथ-साथ खटिक बस्ती में रह रहे करीब 30 लोगों को भी नोटिस भेजा है। नोटिस में रेलवे ने बस्ती के सभी घरों को अवैध कब्जा बताकर उन्हें खाली करने के लिए कहा है। यह नोटिस रेलवे की तरफ से सभी घरों के बाहर चिपकाया गया है और इसी दौरान हनुमान मंदिर की दीवार पर भी नोटिस लगाया गया। मामले में निवासियों ने विरोध जताया है।
निवासियों ने मंदिर के सामने किया विरोध प्रदर्शन
नोटिस मिलने के बाद से ही बस्ती के लोग गुस्साए हुए हैं। उन्होंने सोमवार और मंगलवार को मंदिर के पास इकट्ठा होकर रेलवे के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। बस्ती के लोगों ने कहा, "हम सब यहां सालों से रह रहे हैं तो अब अचानक से यह अवैध कैसे हो गया। रेलवे की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अन्य बहुत से दूसरे धार्मिक स्थल बने हैं, जो मुख्य सड़क पर हैं। लेकिन रेलवे को उनसे कोई दिक्कत नहीं है।"
बस्ती में झोपड़ी और झुग्गियां बनाकर रह रहे हैं लोग
पूरी बस्ती में छोटी-छोटी झोपड़ी और झुग्गियां बनी हुई हैं, जिनमें खटिक समुदाय के लोग रहते हैं। यहां के लोग फल, मछली और सब्जी बेचकर और अन्य छोटे-छोटे काम करके पैसा कमाते हैं और जिंदगी गुजारते हैं। उनके पास न तो कोई खुद का बड़ा काम है और न ही रहने का ठिकाना। बस्ती के लोगों का कहना है कि वो साल 1921 से यहां रह रहे हैं।