इस देश में पूजे जाते हैं अपराधी, चढ़ावे के रूप में अर्पित की जाती है शराब
दुनिया में कई ऐसी परंपराएं हैं जिनको समझ पाना हर किसी के लिए आसान नहीं हैं, लेकिन फिर भी दुनिया के कई देशों में इन अनोखी परंपराओं को बहुत महत्व दिया जाता है। इसी बीच हमारे इसी समाज में एक ऐसा देश भी मौजूद है, जहां के लोग परंपराओं के लिए अपराधियों की पूजा करते हैं और अपराधियों को भगवान मानते हैं। ये बात सुनने में शायद अजीब लग रही हो, लेकिन यही सच है। आगे पढ़ें।
कौन से देश में पूजे जातें हैं अपराधी?
दरअसल लैटिन अमेरिका के वेनेजुएला में लोग अपराधियों की पूजा करते हैं। हालांकि, जिन अपराधियों की लोग पूजा करते हैं वह अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन फिर भी वेनेजुएला के लोग इन लोगों की मुर्तियों को पूजते हैं। स्पेनिश भाषा में इन अपराधी देवताओं को 'सैंटोस मैलेंड्रोस' कहते हैं। साथ ही इस जगह पर पहले के समय के सभी बदनाम अपराधियों की छोटी-छोटी मुर्तियोंं को भी रखा गया है, जिसके दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
कहां से हुई अपराधियों को देवता मानने की शुरूआत?
लुई सांचेज नाम के एक अपराधी को यहां सबसे ज्यादा पूजा जाता है, क्योंकि लुई सांचेज अपने समय का सबसे ज्यादा ताकतवर अपराधी था। लोगों का कहना है कि लुई ने कई जरूरतमंदों की मदद कर उनका जीवन संवारा था, इसी वजह से उसकी छवि रॉबिनहुड की तरह ही थी। इतना ही नहीं, लोगों का यह भी कहना है कि वे जिन भी अपराधियों को पूजते हैं वे सभी लुई सांचेज की तरह ही लोगों की मदद करते थे।
वेनेजुएला के स्थानीय लोग आखिर क्यों करते हैं इनकी पूजा?
वेनेजुएला की जनता इन अपराधियों को इसलिए भी पूजती है, क्योंकि उनकी नज़रो में इन अपराधियों की छवि देवताओं के सामान है। ये सभी अपराधी अमीर लोगों की दौलत लूटकर गरीब लोगों के बीच बांट देते थे। इसके अलावा इन अपराधियों ने किसी की हत्या नहीं की थी बल्कि अप्रत्यक्ष तरीकों से कई भले काम ही किए थे। इसलिए वेनेजुएला की जनता इनाम के तौर पर इन अपराधियों को भगवान की तरह पूजती है।
मैलेंड्रोस को चढ़ाया जाता है अनोखा चढ़ावा
अगर वेनेजुएला में कोई इंसान किसी बात से परेशान है, तो वो मैलेंड्रोस से मन्नत मांगता है व काम हो जाने के बाद इन मैलेंड्रोस के आगे चढ़ावे के रूप में शराब चढ़ाता है। इतना ही नहीं, यहां के लोग इस बात की सलाह भी देते हैं कि इन अपराधियों को चढ़ावे में ज्यादा शराब नहीं चढ़ानी चाहिए, क्योंकि ये काम छोड़कर जश्न मनाने में मशगूल हो जाएंगे। इसलिए जनता चढ़ावे में चखने भर के लिए बीयर अर्पित करती है।