जर्मनी: लाखों रुपयों में बिकी 2 साल के बच्चे की पेंटिंग
क्या है खबर?
जहां कलाकारों को नाम कमाने में सालों लग जाते हैं, वहीं जर्मनी का एक बच्चा कला जगत में धूम मचा रहा है।
हाल ही में 2 वर्षीय लॉरेंट श्वार्ज की एक पेंटिंग 7,000 डॉलर यानी 5.83 लाख रुपये में बिकी, जिसके बाद से वह चर्चा का विषय बन गया है।
लॉरेंट के माता-पिता ने उसके लिए एक स्टूडियो भी स्थापित किया हुआ है, जिसमें बच्चे की बनाई सारी पेंटिंग का प्रदर्शन शामिल है।
आइए पूरी खबर जानते हैं।
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है लॉरेंट
लॉरेंट की पेंटिंग स्पष्ट नहीं होती है, लेकिन उनमें आप जानवरों को पहचान सकते हैं।
वह ज्यादातर अपने पसंदीदा जानवरों की पेंटिंग बनाता है, जिसमें हाथी, डायनासोर और घोड़े होते हैं।
इसके अतिरिक्त लॉरेंट को पेंटिंग में साधारण रंग पसंद नहीं है, इसलिए वह उनके लिए चमकीले रंगों का इस्तेमाल करता है।
लॉरेंट की मां लिसा ने उसके काम को प्रदर्शित करने के लिए एक इंस्टाग्राम अकाउंट भी बनाया, जिस पर 29,000 से अधिक फॉलोअर्स हो गए हैं।
पेंटिंग
लॉरेंट ने 2 साल की उम्र में ही शुरू किया अपना काम
धीरे-धीरे सोशल मीडिया के जरिए लॉरेंट ने लोगों का ध्यान अपनी पेंटिंग की ओर खींचा और जल्द ही उसकी पेंटिंग ऑनलाइन बिकने लगी।
इसके बाद लिसा ने लॉरेंट की पेंटिंग को दुनिया के सबसे बड़े कला मेले में से एक एआरटी एमयूसी में प्रदर्शित किया और उन्हें खरीदने में कई लोगों ने रुचि दिखाई।
इसके अतिरिक्त हाल ही में न्यूयॉर्क की एक आर्ट गैलरी में लॉरेंट की एक पेंटिंग 5.83 लाख रुपये में बिकी।
बयान
लॉरेंट की प्रतिभा को प्रोत्साहित करती हैं लिसा
लॉरेंट की सारी कमाई एक बैंक खाते में जमा की जा रही है, जिसे लॉरेंट 18 साल की उम्र में पा सकता है।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, लिसा ने बताया कि वह अपने बेटे की प्रतिभा को प्रोत्साहित करती हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कई बार लॉरेंट का पेंटिंग करने का मन नहीं करता है और वह हफ्तों तक अपने स्टूडियो से दूर रहता है, वहीं जब उसका मन करता है तो पेंटिंग करता है।
अन्य मामला
लॉरेंट के अलावा यह बच्चा भी बटोर रहा है सुर्खियां
लॉरेंट के अलावा घाना का एक बच्चा भी अपनी कला प्रतिभा के जरिए सुर्खियां बटोंर रहा है।
ऐस-लियाम नाना सैम अंकरा ने महज 6 महीने की उम्र में पेंटिंग शुरू की थी और उसे गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड्स ने दुनिया के सबसे कम उम्र के कलाकार के रूप में मान्यता दी है।
ऐस-लियाम के काम को घाना की राजधानी अकरा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है।