नॉर्वे में पुरातत्वविदों को खुदाई करते वक्त मिला 14वीं शताब्दी का कवच का टुकड़ा
दुनियाभर के पुरातत्वविदों को तमाम वस्तुएं मिलती रहती हैं, जो इतिहास की एक झलक पेश करती हैं। इसी कड़ी में अब नॉर्वे में खनन कार्य के दौरान पानी के नीचे से मध्यकाल की एक दुर्लभ चीज मिली है। दरअसल, नॉर्वेजियन इंस्टीट्यूट फॉर कल्चरल हेरिटेज रिसर्च (NIKU) ओस्लो के बिस्पेविका में लंबे समय से खुदाई कर रहा था, जिसके जरिए उन्हें कई वस्तुएं मिलीं। हालांकि, इस बार यहां के पुरातत्वविदों ने 14वीं शताब्दी का कवच का टुकड़ा खोज निकाला है।
किसमें होता था इस नायाब कवच का उपयोग?
धातु का यह दुर्लभ कवच का टुकड़ा 14वीं शताब्दी की शुरुआत में बना था। इसका इस्तेमाल युद्ध के दौरान हाथ और कलाई की सुरक्षा करने के लिए किया जाता था। NIKU के पुरातत्वविद और उत्खनन के परियोजना प्रबंधक हावर्ड हेगडाल ने कहा, "यह एक बेहद महंगी वस्तु हुआ करती थी, जिसे कोई आम आदमी नहीं खरीद सकता था।" उन्होंने आगे कहा, "इसे या तो इसके मालिक ने खुद गाड़ दिया होगा या यह गिर गया होगा।"
कवच की संरचना बिगड़ने के बाद भी इस पर मौजूद हैं कई निशान
जानकारी के मुताबिक इस बात से अब तक पर्दा नहीं उठ सका है कि आखिर यह कवच उस स्थान तक कैसे पहुंचा होगा, जहां इसे पाया गया है। हावर्ड ने कहा कि इस बात की कल्पना करना मुश्किल है कि कोई व्यक्ति युद्ध के दौरान अपना हाथों का सुरक्षा कवच खो सकता है। यह कवच उस संरचना में नहीं है, जैसा यह पहले हुआ करता था। हालांकि, इसपर मौजूद निशान इसकी पहचान करने के लिए पर्याप्त सबूत थे।
1700 में ओस्लो से संबंधित दस्तावेज हो गए थे राख में तब्दील
1700 के दशक में ओस्लो शहर से संबंधित कई दस्तावेजों को जला दिया गया था, जिस कारण से इस खोज के पीछे की पूरी कहानी को समझना और भी मुश्किल हो गया है। हावर्ड ने कहा, "हमें ऐसा कोई सबूत या दस्तावेज नहीं मिला है, जो यह दर्शाता हो कि युद्ध के सामान को फेंक दिया गया था। हमारे पास केवल वे सभी हथियार हैं, जो हमें खुदाई में मिले हैं।"
इस कवच का मिलना क्यों माना जा रहा है खास?
इस कवच का मिलना इसलिए भी खास है, क्योंकि आम तौर पर धातु में आसानी से जंग लग जाती है और वह खराब हो जाती है। हालांकि, यह वस्तु अब तक पहचानने लायक स्तिथि में है। ओस्लो में खुदाई के दौरान कई अन्य वस्तुएं भी पाई गई हैं। इनमें खंजर, तलवार और कुल्हाड़ी जैसे कई हथियार शामिल हैं। हथियारों के अलावा, यहां जहाजों के टुकड़े, चीनी मिट्टी की चीजें, जूते, रस्सियां, मरे हुए जानवरों के अवशेष भी पाए गए हैं।