उत्तर प्रदेश: समय पर बारात नहीं आई तो दुल्हन ने किसी और के साथ रचाई शादी
दहेज प्रथा को सामाजिक बुराई माना जाता है और दहेज लेने एवं देने वालों के ऊपर कानूनी कार्यवाई की जाती है। हालांकि, इसके बाद भी दहेज लेने-देने का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। ऐसे समय में जहां एक नौकरी करने वाला लड़का बिना दहेज लिए शादी नहीं करता है, वहीं कुछ लड़कियां इस प्रथा का विरोध कर अपनी शादी से भी मुंह मोड़ लेती है। इसी बात का ही उदाहरण है उत्तर प्रदेश के बिजनौर में हुई शादी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, दूल्हा अपनी शादी में देरी से पहुंचा तो दुल्हन ने शादी करने से इनकार कर दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पिछले हफ्ते बिजनौर के नांगलजट गांव की है, जब दुल्हन ने अपने दूल्हे से शादी करने के बजाए एक स्थानीय व्यक्ति से शादी कर ली। इस जोड़े ने अक्टूबर में एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी कर ली थी और 4 दिसंबर को एक "उचित" समारोह में फिर से शादी करने जा रहे थे।
दहेज को लेकर दोनों के परिवारों के बीच हुआ था विवाद
धामपुर शहर से दूल्हा दोपहर दो बजे समारोह के लिए अपनी बारात के साथ दुल्हन के गांव पहुंचने वाला था, लेकिन वो देर रात दुल्हन के घर पहुंचा। फिर दोनों परिवारों के बीच दहेज को लेकर विवाद हो गया, जिससे दुल्हन और उसके परिवार वाले तंग हो चुके थे। दुल्हन के परिवार ने दूल्हे और उसके परिवार को घर में बंद कर उनके कीमती सामान छीन लिए व उनकी पिटाई की। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
दुल्हन ने किया ससुराल जाने से इनकार
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हल्दौर स्टेशन हाउस ऑफिसर कांता प्रसाद ने कहा कि "दोनों परिवारों ने पुलिस से संपर्क किया है, जिसके अंतर्गत दुल्हन ने कहा कि वह दूल्हे के साथ नहीं जाना चाहती व दोनों ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं थी।" बता दें कि शनिवार को इस जोड़ें का तलाक हो चुका है, जिसके बाद दूल्हा अपने रिश्तेदारों के साथ लौट गया और दुल्हन ने गांव के एक व्यक्ति से गांव में शादी कर ली।