दुबई: लैंग कंपनी की दुर्लभ घड़ी हुई नीलाम, 9 लाख रुपये लगाई गई कीमत
दुनियाभर के लोगों को घड़ियां पहनने का शौक होता है, जिन्हें खरीदने के लिए वे लाखों रुपये खर्च कर देते हैं। इसी कड़ी में दुबई में लैंग 1943 नामक कंपनी की एक दुर्लभ घड़ी नीलाम हुई है। इस घड़ी को कंपनी साल 1943 में बनाया था, जिसे 9 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत पर नीलाम किया गया है। इस घड़ी ने 1.6 लाख से 3.3 लाख रुपये की अनुमानित कीमत के आंकड़े को भी पार कर दिया।
घड़ी में अरबी भाषा में लिखे गए हैं सभी नंबर
इस दुर्लभ घड़ी को एक मध्य पूर्वी नीलामी घर में सुरक्षित रूप से प्रदर्शित किया गया था। इस घड़ी की खास बात यह है कि इसमें हर घंटे के नंबर को अरबी भाषा में लिखा गया है। कंपनी का कहना है कि इस घड़ी के लिए 22 से अधिक लोगों ने बोली लगाई थी। इससे साफ जाहिर होता है कि घड़ी जमा करने वाले लोगों के बीच लैंग कंपनी की लोकप्रियता बढ़ रही है।
कंपनी के संस्थापक ने जताई खुशी
लैंग 1943 के संस्थापक और CEO जॉर्ज बार्टकोवियाक ने कहा, "हम क्रिस्टी के दुबई एडिट ऑनलाइन नीलामी घर में रखी गई हमारी कांस्य प्रोटोटाइप विंटेज फील्ड वॉच की खबर से रोमांचित हैं।" उन्होंने आगे कहा, "यह उपलब्धि हमारे कौशल, अटूट ध्यान और उच्चतम गुणवत्ता वाली घड़ी बनाने के हमारे जुनून को दर्शाती है।" जॉर्ज इस घड़ी की नीलामी को लेकर बेहद खुश और उत्साहित महसूस करते हैं। उनकी कंपनी दुनियाभर में सबसे शानदार घड़ियां बेचना चाहती है।
ऐसे बनाई जाती हैं लैंग कंपनी की घड़ियां
इस विंटेज घड़ी में सबसे नए पार्ट्स इस्तेमाल किए जाते हैं। लैंग कंपनी की घड़ियों को बनाने के लिए 700 हैंड-वाउन्ड मूवमेंट का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे मैनुअल-विंड मूवमेंट भी कहा जाता है। इन घड़ियों में लगे वाउन्ड को घुमाकर आप समय सेट कर सकते हैं। इन घड़ियों को 39 मिलिमीटर के ब्रॉन्ज केस में रखा जाता है। इस कंपनी की स्टील से बनाई गई एडिशन 1 फील्ड वॉच की औसतन कीमत 3.13 लाख रुपये है।
मोनाको में 29 करोड़ रुपये में नीलम हुई दुर्लभ रोलेक्स घड़ी
हाल ही में रोलेक्स कंपनी की एक दुर्लभ घड़ी भी नीलम हुई है। इस घड़ी की कीमत 29 करोड़ रुपये से अधिक लगाई गई थी, जिसने सभी नीलम हुई रोलेक्स घड़ियों के रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। यह घड़ी साल 1942 में बनाई गई एक बड़े आकार की स्प्लिट-सेकंड क्रोनोग्रफ है। इस दुर्लभ रोलेक्स घड़ी को मोनाको में स्थित मोनाको लीजेंड नीलामी घर द्वारा बेचा गया था। पहले इस घड़ी के मालिक ऑरो मोंटानारी थे।