तमिलनाडु: बेरोजगार व्यक्ति ने जेल के मुफ्त भोजन के लिए दी बम विस्फोट की फर्जी धमकी
देश में बेरोजगारी का स्तर बढ़ता जा रहा है। जहां फरवरी में बेरोजगारी दर 7.45 फीसदी रही, वहीं जनवरी में यह 7.14 फीसदी थी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इन इंडियन इकॉनमी (CMIE) के मुताबिक, गांवों से ज्यादा शहरों में बेरोजगारी बढ़ रही है। हाल ही में इसका एक उदाहरण देखने को मिला और तमिलनाडु के एक व्यक्ति ने सिर्फ इसलिए बम विस्फोट की झूठी धमकी दी, ताकि पुलिस उसे पकड़कर जेल में बंद कर दे और उसे मुफ्त खाना मिल सके।
क्या है मामला?
तमिलनाडु में कोयंबटूर के रहने वाले एक 34 वर्षीय संतोष कुमार नामक व्यक्ति ने बेरोजगारी में गुजारा करने के चलते शनिवार को बम विस्फोट के खतरे की झूठी अफवाह फैलाई थी। इस अफवाह के बाद रविवार को संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, संतोष ने पुलिस को फोन करके इरोड में रेलवे स्टेशन और मुख्य बस अड्डे पर बम होने की फर्जी सूचना दी थी।
कॉल के बाद पुलिस ने बढ़ा दी थी जगहों की सुरक्षा
गिरफ्तारी के बाद संतोष ने पुलिस को बताया कि वह अपना पेट भरने के लिए काफी संघर्ष कर रहा था और उसने पुलिस को फोन किया ताकि सलाखों के पीछे जाने के बाद उसे रोजाना भोजन मिल सके। पुलिस के अनुसार, कुछ दिन पहले चेन्नई के पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक फोन आया था, जिसमें इरोड पुलिस को शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और बाजारों में बम विस्फोट की धमकी देते हुए सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया।
पहले भी ऐसी धमकी दे चुका है संतोष
पुलिस ने बताया कि संतोष ने ऐसा पहली बार नहीं किया है और 2019 और 2021 में भी उसने इसी तरह का फोन कॉल किया था। संतोष के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद उसे रविवार को एक न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उसे 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कुछ दिन पहले फैली थी फ्लाइट में बम होने की झूठी अफवाह
इससे पहले तेलंगाना के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक इंडिगो फ्लाइट में बम होने की झूठी अफवाह फैली थी। घटना के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की खुफिया शाखा ने कॉल को लेकर जांच शुरू की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम अजमीरा भद्रैया निकला, जिसने बताया कि वह फ्लाइट के चालक दल से बदला लेना चाहता था क्योंकि उन्होंने उसे देर से आने पर फ्लाइट में चढ़ने से मना कर दिया था।