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जापानी व्यक्ति ने 10 साल घर में छिपाकर रखा मां का शव, हैरान कर देगा कारण 
व्यक्ति ने 10 साल घर में छिपाकर रखा मां का शव (तस्वीर: एक्स/@The_Tradeshman)

जापानी व्यक्ति ने 10 साल घर में छिपाकर रखा मां का शव, हैरान कर देगा कारण 

लेखन सयाली
Jul 22, 2025
07:25 pm

क्या है खबर?

हर किसी को अपनी मां से सबसे ज्यादा लगाव होता है और उनकी जगह कोई नहीं ले सकता। उनके दुनिया से चले जाने के बाद लोग उनकी यादों के सहारे अपना जीवन बिता लेते हैं। हालांकि, जापान के व्यक्ति ने अपनी मां के देहांत के बाद कुछ ऐसा किया, जिसके बारे में सुनकर लोग हैरान रह गए हैं। दरअसल, इस व्यक्ति ने 10 सालों तक अपनी मां के शव को अपने फ्लैट में छिपाकर रखा। जानिए उसने ऐसा क्यों किया।

मामला

एक दशक से फ्लैट में पड़ा था शव

यह मामला 60 साल के ताकेहिसा मियावाकी का है, जिसकी मां का 95 साल की उम्र में निधन हो गया था। पुलिस को मां के फ्लैट में उनका शव मिला, जिसके बाद मियावाकी को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि वह शव पिछले एक दशक से उसी घर में पड़ा सड़ रहा था। अब मियावाकी पर मां के मृत शरीर को छोड़ देने का आरोप लगाया गया है।

संदेह

सामाजिक चिंता के कारण छिपाए रखा शव

मियावाकी ने पुलिस को बताया कि उसे पता था कि उसकी मां की मृत्यु एक दशक पहले हो गई थी। हालांकि, सामाजिक भय के कारण उसने किसी को खबर नहीं दी। इस मामले पर पुलिस का ध्यान तब गया, जब 22 मई को एक लोक सेवक ने मियावाकी को सड़क पर लंगड़ाते हुए चलते देखा। जब उन्होंने मियावाकी से उसकी मां के बारे में पूछा तो उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया, जिससे संदेह पैदा हो गया।

शव

घर के शौचालय में पड़ा था मां का कंकाल

बताया जा रहा है कि मियावाकी बेरोजगार है और और उसका अपना घर भी नहीं है। लोक सेवक की शिकायत के बाद अधिकारी जून में मियावाकी की मां के नाम पर पंजीकृत घर की जांच करने गए। उनका पूरा का पूरा फ्लैट कूड़े का ढेर बना हुआ था और गंदगी से भरा था। जब पुलिस ने शौचालय का दरवाजा खोला तो उन्हें मां का कंकाल मिला। इसे देखते ही अधिकारी हैरान रह गए और तुरंत मियावाकी को गिरफ्तार किया गया।

मियावाकी

मियावाकी ने अस्पताल जाना भी नहीं समझा जरूरी

मियावाकी ने बयान दिया, "10 साल पहले मेरी मां शौचालय में गिरी मिली थीं। एक आम आदमी की तरह मैं तुरंत समझ गया कि वह अब नहीं रहीं।" उसने मां को इस हालत में देखने के बाद भी पुलिस को फोन नहीं किया या किसी अस्पताल से संपर्क नहीं किया। इसके बजाय उसने अपनी मां के शव को वैसे ही छोड़ देने का फैसला किया। मियावाकी ने कहा, "मैं पुलिस को फोन नहीं कर सका, क्योंकि मुझे सामाजिक भय है।"