भोपाल: तलाक का जश्न मनाने के लिए आयोजित होना था 'तलाक समारोह', हुआ निरस्त
हाल ही में भोपाल में अपनी पत्नी से तलाक मिलने का जश्न मनाने के लिए आयोजित किए जाने वाले 'तलाक समारोह' का निमंत्रण पत्र काफी वायरल हुआ था, लेकिन अब यह आयोजित होने से पहले ही निरस्त हो गया है। इससे पत्नी से मिली आजादी की खुशियां मनाने वालों के अरमान धरे रह गए हैं। समारोह आयोजित करने वाली भाई वेलफेयर सोसाइटी ने अपने फेसबुक पेज पर इसकी जानकारी दी है। आइए जानते हैं कि आखिर समारोह निरस्त क्यों हुआ।
क्या है मामला?
दरअसल, भोपाल के भाई वेलफेयर सोसाइटी नाम के NGO ने गत दिनों 18 सितंबर को 'तलाक समारोह' कार्यक्रम आयोजित करने का ऐलान किया था। NGO इस कार्यक्रम के जरिए लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करना चाहता था कि तलाक के बाद जीवन खत्म नहीं होता है, लेकिन कुछ लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। ऐसे में अब इसे निरस्त कर दिया गया है। इस कार्यक्रम में लगभग 200 लोग अपने तलाक का जश्न मनाने वाले थे।
हिंदूवादी संगठनों ने किया था समारोह का विरोध
इस कार्यक्रम का पता चलते ही हिंदूवादी संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया और संस्कृति बचाओ मंच ने इस कार्यक्रम को हिंदू सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ बताया था। इसके बाद लगातार बढ़ते विरोध को देखते हुए आयोजकों ने समारोह ही निरस्त कर दिया।
इस तरह से जश्न मनाने वाले थे लोग
तलाक समारोह का आयोजन 18 सितंबर को सुबह 11 बजे से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बिलखिरिया के एक रिसॉर्ट में होना था। वहीं, इसके आमंत्रण कार्ड में कुछ अजीब 'अनुष्ठान' को सूचीबद्ध किया गया था जैसे शादी की माला का विसर्जन (जयमाला), जेंट्स संगीत (महिला संगीत के समान ही पुरुषों के संगीत का कार्यक्रम), सद्बुद्धि शुद्धिकरण यज्ञ (अग्नि अनुष्ठान) आदि। इसके अलावा, मानव सम्मान में कार्य करने के लिए सात कदम और सात प्रतिज्ञा भी ली जानी थी।
तलाकशुदा पुरुषों के सम्मान में रखा गया था कार्यक्रम- जेकी अहमद
भाई वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष जेकी अहमद ने बताया, "इस कार्यक्रम में 200 ऐसे लोग शामिल होने वाले थे, जिनका कड़े संघर्ष के बाद तलाक हुआ है और इस जश्न का मकसद किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।" अहमद ने आगे कहा कि NGO का उद्देश्य सिर्फ इतना ही था कि लोग तलाक के बाद भी अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने तलाकशुदा पुरुषों के सम्मान में यह समारोह रखा था।
पुरुषों के हित में कार्य करता है यह NGO
भाई वेलफेयर सोसायटी की शुरुआत 2014 में हुई थी और इस NGO ने प्रताड़ित पुरुषों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया हुआ है। यह NGO उन पुरुषों के लिए है, जो तलाक के मामलों का सामना कर रहे हैं। NGO के अधिकारियों का कहना है कि आजकल पुरुषों का आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक और मानसिक रूप से काफी नुकसान होता है। ऐसे में उनके हित में भी कुछ चीजें होनी जरूर हैं।