पत्नी को तलाक देने से पहले पति ने की तलवारबाजी की मांग, जानें मामला
क्या है खबर?
क्या आपने कभी तलवारबाजी के नतीजे पर पति-पत्नी का तलाक निर्भर होते हुए देखा है? शायद नहीं।
आज हम आपको एक ऐसे अनोखे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें पति-पत्नी का रिश्ता सात फेरे पर नहीं बल्कि तलवारबाजी पर निर्भर है।
यह बात सुनने में भले ही आपको अजीब लग रही हो, लेकिन सच है।
इस मामले ने अदालत सहित पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है कि ऐसा भी कोई तलाक हो सकता है।
मामला
कहां का है मामला?
दरअसल, यह मामला अमेरिका के कैनसास शहर का है, जहां 40 वर्षीय डेविड ऑस्ट्रॉम नामक व्यक्ति और उनकी पूर्व पत्नी ब्रिगेट ऑस्ट्रॉम के बीच शेल्बी काउंटी की अदालत में जस्टिस क्रेग ड्रिसमायर नामक जज के सामने तलाक के मामले की सुनवाई चल रही थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेविड ने अदालत में कहा कि उनकी पूर्व पत्नी ने कानूनी तौर पर उन्हें बिल्कुल तबाह कर दिया है इसलिए वह उसे तलाक देना चाहते हैं।
मांग
डेविड ने अदालत से किया तलवारबाजी के लिए आग्रह
इसके लिए डेविड ने अदालत से एक अजीबोगरीब आग्रह भी किया कि उनके केस का फैसला लड़ाई से हो ताकि वह अपनी पत्नी के साथ तलवारबाजी कर सके।
साथ ही इस लड़ाई के लिए डेविड ने अदालत से जापानी तलवार की भी मांग की। डेविड ने कहा कि वह 12 हफ्तों में यह तलवारें ला सकते हैं।
डेविड ने जज को बताया कि अमेरिका में युद्ध से किसी मुकदमे का फैसला करने को प्रतिबंधित नहीं किया गया है।
बयान
डेविड ने अदालत में दिया 'ट्रायल बाय कॉम्बैट' कानून का उदाहरण
इसके बाद डेविड से अपनी मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि साल 1818 में ब्रिटिश अदालत में भी 'ट्रायल बाय कॉम्बैट' का इस्तेमाल किया गया था।
बता दें कि साल 1776 में अमेरिका की आजादी के बाद 'ट्रायल बाय कॉम्बैट' कानून को अब तक खत्म नहीं किया गया है।
'ट्रायल बाय कॉम्बैट' कानून का मतलब किसी भी मुकदमे का फैसला युद्ध या लड़ाई के जरिए करना होता है।
फैसला
अदालत ने डेविड की मांग को किया खारिज
यह कोई पहली बार नहीं है जब अमेरिका में इस तरीके से तलाक आदि की मांग की गई है।
इससे पहले कई लोग इस तरह की मांग कर चुके हैं, लेकिन अदालत द्वारा उन्हें खारिज कर दिया गया।
13 जनवरी को जज ने डेविड की मांग को भी खारिज कर दिया क्योंकि उनका कहना है कि डेविड की मांग के लिए अदालत तैयार नहीं हैं। इसलिए अदालत इस बात की मंजूरी नहीं दे सकती।