इंग्लैंड के इस व्यक्ति ने लगाई लगभग 16,000 किलोमीटर दौड़, एक साल तक दौड़ा
जहां ज्यादातर लोग कुछ कदम चलकर ही थक जाते हैं, वहीं कुछ लोगों की सहनशक्ति उन्हें मीलों तक दौड़ा सकती है। इसी कड़ी में इंग्लैंड के एक व्यक्ति ने दौड़ लगाकर इतिहास रच डाला। 'हार्डेस्ट गीजर' नाम से मशहूर इस व्यक्ति ने संपूर्ण अफ्रीका की दौड़ लगाई है। उन्होंने 352 दिनों में 9,940 मील (16,000 किलोमीटर) से अधिक का रास्ता तय किया। आइए इस पूरी खबर को विस्तार से जानते हैं।
27 साल की उम्र में रच डाला इतिहास
इंग्लैंड के वेस्ट ससेक्स स्थित वर्थिंग के रहने वाले रस कुक नामक युवक ने रविवार की दोपहर को ट्यूनीशिया में अपनी दौड़ पूरी की। कुक ने महज 27 साल की उम्र में यह हैरतअंगेज कारनामा कर दिखाया। उन्होंने अपनी दौड़ के जरिए चैरिटी के लिए लगभग 6.30 करोड़ रुपये की रकम जीती है। वह दक्षिणी से उत्तरी अफ्रीका तक दौड़ने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं और अपनी इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं।
दौड़ लगाने के दौरान कुक के रास्ते में आईं कई कठिनाइयां
कुक के लिए इस दौड़ का रास्ता तय करना आसान नहीं था, जिसके दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनसे अंगोला में बंदूक की नोक पर डकैती की कोशिश की गई थी। साथ ही कांगो गणराज्य में कुछ पुरुषों ने उन्हें जबरन पकड़ लिया था। कुक को वीजा से जुडी परेशानियों के साथ-साथ कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी आईं। उन्होंने इस दौरान पहाड़ों, जंगलों और रेगिस्तान में भी दौड़ लगाई।
कुक ने तय की लगभग 376 मैराथन की दूरी
22 अप्रैल, 2023 को उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के सबसे दक्षिणी भाग, केप अगुलहास से अपने सफर की शुरुआत की थी। जब तक उन्होंने ट्यूनीशिया के सबसे उत्तरी बिंदु रास एंजेला की रेखा पार की, तब तक वह लगभग 376 मैराथन के बराबर दूरी तय कर चुके थे। उन्होंने "गीजर, गीजर" के नारों के बीच इस ऐतिहासिक दौड़ को समाप्त किया और समुद्र में डुबकी लगाई। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं थोड़ा थक गया हूं।"
सोशल मीडिया पोस्ट देखकर समर्थन के लिए आगे आए कई लोग
कुक के इस प्रयास के दौरान कई लोगों ने उनकी हौसला-अफजाई की, जिन्हें इस यात्रा का पता सोशल मीडिया के जरिए लगा था। उन्होंने एक्स, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर पोस्ट करके लोगों के साथ इस दौड़ की जानकारी साझा की थी।
अपने लक्ष्य को पूरा कर के बेहद खुश हैं कुक
स्काई न्यूज के अनुसार, अपनी दौड़ के अंतिम चरण पर कुक ने कहा, "यह शब्दों में बयां करना मुश्किल है कि सड़क पर 352 दिन अपने परिवार और प्रेमिका को देखे बिना मैं कैसे रहा। मेरे शरीर में बहुत दर्द हुआ, लेकिन मैं शिकायत करने वालों में से नहीं हूं।" दौड़ से जीती गई राशि रनिंग चैरिटी को सौंपी जाएगी, जो बेघर और जरूरतमंद लोगों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रम प्रदान करती है।