
दक्षिण कोरिया: इस अरबपति व्यक्ति ने गांव के सारे लोगों को बना दिया लखपति, जानिए कैसे
क्या है खबर?
ऐसे बहुत-से लोग हैं, जो छोटी जगह से निकलकर आगे बढ़ने पर पुराने लोगों को भूल जाते हैं, जबकि कुछ लोग इससे बिल्कुल विपरित होते हैं।
दक्षिण कोरिया के एक व्यक्ति की कहानी भी ऐसी ही है। यह व्यक्ति छोटे से गांव से निकलकर एक ऊंचे मुकाम तक पहुंच गया, लेकिन आज भी वह अपने गांव से जुड़ा हुआ है।
उसने गांव के लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए सभी को 58-58 लाख रुपये दान में दिए हैं।
मामला
क्या है मामला?
यह मामला सनचिओन शहर के एक छोटे से गांव अनपयोंग-री का है।
इस गांव में रहने वाले कुल 280 परिवारों को प्रॉपर्टी डेवलपर बूयॉन्ग ग्रुप के संस्थापक 82 वर्षीय ली जोंग क्यून ने 58-58 लाख रुपये दान में दिए हैं।
इतना ही नहीं, उन्होंने गांव के छात्रों को किताबें और टूलसेट भी दान किए।
क्यून ने कुल मिलाकर 1,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान किया, जिसके बाद लोग उनकी इस दरियादिली की खूब सराहना कर रहे हैं।
मदद
गांववालों ने गरीबी में की थी मदद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्यून ने ये पैसे गांव वालों को आभार जताने के लिए दिए हैं।
दरअसल, क्यून का जन्म इसी गांव में एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके बुरे वक्त में गांव के कुछ लोगों ने उनकी काफी मदद की थी।
ऐसे में अब सक्षम होने के बाद वह अपने अंदाज में गांव के लोगों का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
बता दें कि क्यून आज दक्षिण कोरिया के सबसे अमीरों की सूची में शामिल हैं।
परिचय
करोड़ों रुपये के मालिक हैं क्यून
क्यून का जन्म 1941 में हुआ था और फिर उन्होंने 1970 में रियल एस्टेट बिजनेस में डेवलेपर के तौर पर काम करना शुरू किया था।
वह एक साधारण परिवार से निकलकर बिजनेस टाइकून बन गए हैं और आज के समय वह 1.50 लाख करोड़ रुपये के करीब संपत्ति के मालिक हैं।
हालांकि, उन्हें धोखाधड़ी और टैक्स चोरी के मामलों में गिरफ्तार भी किया जा चुका है, लेकिन इसके कारण उन्हें व्यवसाय पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं हुआ।
जानकारी
क्यून पर है नियमों के उल्लंघन का आरोप
क्यून की कंपनी कुछ हद तक रहस्यमय बनी हुई है क्योंकि कंपनी और उसके सहयोगी सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध नहीं हैं। इसके अलावा कंपनी के ज्यादातर स्टॉक परिवार के पास ही हैं।
फेयर ट्रेड कमीशन ने 1993 और 2012 के बीच बूयॉन्ग ग्रुप द्वारा कई बड़े उल्लंघनों का हवाला भी दिया। इन सब के बावजूद क्यून कोरियाई वरिष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष के रूप में भी काम करते हैं, जो बुजुर्ग कोरियाई के अधिकारों और कल्याण के लिए समर्पित है।