आंध्र प्रदेश: डॉक्टर ने सीजेरियन ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में छोड़ दी कैंची
क्या है खबर?
स्वास्थ्य स्थितियों से निपटने के लिए लोग डॉक्टर के पास जाते हैं और उन पर भरोसा करके उपचार की ओर कदम बढ़ाते हैं। हालांकि, अब चिकित्सीय लापरवाही के मामले बढ़ रहे हैं।
एक ऐसा मामला आंध्र प्रदेश से सामने आया है। वहां के एलुरु सरकारी अस्पताल के डॉक्टर सीजेरियन ऑपरेशन के बाद एक महिला के पेट में सर्जिकल कैंची भूल गए।
आइए जानते हैं कि महिला को इस घटना के बारे में कब पता चला और उसने आगे क्या किया।
मामला
डिलीवरी के बाद महिला को बार-बार हुआ पेट दर्द
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 19 अप्रैल को एस कोथापल्ली गांव की रहने वाली स्वप्ना नामक एक गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए एलुरु सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सी-सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म देने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन घर लौटने के कुछ दिनों के भीतर स्वप्ना को बार-बार पेट दर्द होना शुरू हो गया।
इससे राहत पाने के लिए स्वप्ना ने दर्द निवारक गोलियां खाना शुरू कर दिया।
घटना
अलग अस्पताल में जांच करवाने के बाद महिला को चला घटना का पता
दवा से महिला को कुछ आराम मिल जाता था, लेकिन लगभग 4 महीने बाद 8 अगस्त को स्वप्ना के पेट में तेज दर्द होने लगा।
इसके बाद स्वप्ना एलुरु अस्पताल गई, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे विजयवाड़ा सरकारी अस्पताल जाने को कह दिया।
अल्ट्रासोनोग्राफी टेस्ट कराने के बाद रिपोर्ट से पता चला कि स्वप्ना के पेट में सर्जिकल कैंची फंसी हुई है।
घटना का खुलासा होते ही महिला और विजवाड़ा अस्पताल के डॉक्टर हैरान रह गए।
संक्रमण
महिला की आंत हो गई थी संक्रमित
टेस्ट के बाद सर्जिकल कैंची निकालने के लिए स्वप्ना को सर्जरी करवानी पड़ी।
सर्जरी करने वाले विजयवाड़ा सरकारी अस्पताल के डॉ प्रभाकर ने कहा कि सर्जिकल कैंची का आकार 2 इंच था, जो महिला की आंत से चिपक गई थी। इससे उसे संक्रमण हो गया और गंभीर पेट दर्द हुआ।
डॉ ने आगे कहा, "हमने संक्रमित आंत को हटा दिया है और उसका इलाज चल रहा है। हालांकि, महिला की हालत स्थिर है।"
बयान
डॉक्टरों की लापरवाही के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई
सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ अप्पा राव ने कहा कि अगर महिला ने अपने पेट दर्द को नजरअंदाज करते हुए डॉक्टर को दिखाने में देरी की होती तो संक्रमण के कारण उसकी जान भी जा सकती थी।
एलुरु के जिला कलेक्टर वी प्रसन्ना वेंकटेश ने कहा कि एलुरु सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाने के साथ जिला चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी से भी रिपोर्ट मांगी।