अमेरिका: साढ़े 3 मिनट में नहीं बना पास्ता तो महिला ने कंपनी के खिलाफ किया मुकदमा
आजकल लोग खाना बनाने से बचते हैं और 'रेडी टू कुक फूड्स' पर निर्भर रहते हैं। ऐसे प्रोडक्ट वाली कंपनियां कुछ मिनटों में ही चीजें पक जाने का दावा करती हैं। अमेरिका की एक फूड कंपनी ने भी अपने पास्ता के डिब्बे पर उसके साढ़े तीन मिनट में पकने का दावा लिखा था, लेकिन एक महिला को असल में इससे ज्यादा समय लग गया। इस वजह से उसने कंपनी पर 40 करोड़ रुपये का मुकदमा कर दिया है।
महिला ने कंपनी पर लगाया झूठा विज्ञापन करने का आरोप
फ्लोरिडा की रहने वाली अमांडा रामिरेज नामक महिला ने अमेरिकी मल्टी-नेशनल रेडी टू कुक फूड कंपनी क्राफ्ट हेंज के खिलाफ 18 नवंबर को मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने कंपनी पर गलत तरीके से कारोबार और विज्ञापन करने का आरोप लगाया है। अमांडा ने बताया कि कंपनी ने अपने वेल्वेटा शेल्स एंड चीज कप्स प्रोडक्ट के विज्ञापन में बताया कि पास्ता साढ़े तीन मिनट में बन जाएगा, लेकिन असल में ऐसा नहीं है।
कंपनी ने नहीं दी सही जानकारी- अमांडा
अमांडा का कहना है कि उन्होंने समय देखकर क्राफ्ट हेंज का पास्ता मंगवाया था, लेकिन जब वह उसे बनाने लगी तो पास्ता साढ़े तीन मिनट में बनकर तैयार नहीं हुआ। उन्होंने कहा, "कंपनी इस प्रोडक्ट को माइक्रोवेव में साढ़े तीन मिनट रखने को कहती है, लेकिन इतनी देर में यह नहीं तैयार हुआ। इसके अलावा कंपनी ने पास्ता बनाने की पूरी प्रक्रिया में लगने वाले समय के बारे में भी जानकारी नहीं दी।"
अमांडा ने हर्जाने के तौर पर की 80 लाख रुपये की मांग
इसी बात से नाराज अमांडा फूड कंपनी के खिलाफ फ्लोरिडा के दक्षिणी जिले की जिला कोर्ट तक पहुंच गई। उन्होंने कंपनी पर 40 करोड़ रुपये का मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा उन्होंने हर्जाने में 80 लाख रुपये की मांग की है।
कंपनी ने मुकदमे का बताया व्यर्थ
अमांडा ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि उन्होंने अक्टूबर और नवंबर के बीच लगभग 900 रुपये के मूल्य का पास्ता कप खरीदा था, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि पास्ता तैयार करने में उन्हें कितना समय लगा। वहीं क्राफ्ट हेंज कंपनी ने इस मुकदमे को व्यर्थ बताते हुए कहा, "यह बहुत तुच्छ और व्यर्थ मुकदमा है। हम इससे अवगत हैं और कोर्ट में आरोपों का सख्ती से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।"