आंध्र प्रदेश: शख्स ने 1998 में पास की थी परीक्षा, 24 साल बाद मिली सरकारी नौकरी
सब्र का फल मीठा होता है और इस बात सटीक उदाहरण अल्लाका केदारेश्वर राव है। दरअसल, आंध्र प्रदेश के पथपत्तनम में पेद्दा सीधी के रहने वाले अल्लाका केदारेश्वर राव पिछले 24 सालों से कुछ कानूनी कारणों से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में "थोड़े" लेट हो गए, लेकिन उन्होंने लंबे इंतजार के बावजूद सरकारी नौकरी को प्राप्त कर ही लिया। आइए आज हम आपको केदारेश्वर राव की इस सफलता के बारे में विस्तार से बताते हैं।
कानूनी मुद्दों के कारण अंतिम चयन में रह गए राव
इंग्लिश में MA और BEd की पढ़ाई करने के बाद जब राव 33 साल के थे तो उन्होंने 1998 में सरकारी शिक्षकों के चयन के लिए जिला चयन समिति (DSC) परीक्षा दी थी। उन्होंने अच्छे अंक भी प्राप्त किए, लेकिन कानूनी मुद्दों के कारण उन्हें अंतिम चयन में देरी हो गई। हालांकि, अब DSC-1998 की फाइल को मंजूरी मिल चुकी है और अब 57 वर्ष के हो चुके राव अपने सपनों की नौकरी को हासिल करने की कगार पर हैं।
जीवनयापन करने के लिए मांगनी पड़ी भीख
DSC में नौकरी न मिलने के कारण नौकरी की तलाश में राव ने गांव में कई काम किए, क्योंकि वह एक उपयुक्त नौकरी खोजने में असफल रहे। इसके बाद वह अपनी मां के साथ हैदराबाद चले गए। हालांकि, बेरोजगारी और उनकी मां की मृत्यु ने उन्हें अवसाद में धकेल दिया। इस कारण उनका शारीरिक रूप भी बदल गया और उन्होंने जीवनयापन के लिए भीख मांगना शुरू कर दिया। जो कुछ भी उन्हें खाने को मिलता था, वह खा लेते थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई राव की कहानी
इतनी खराब स्थिति की वजह से बढ़िया इंग्लिश बोलने वाले राव ने इस बात की उम्मीद छोड़ दी थी कि DSC-1998 की फाइल क्लियर हो जाएगी, लेकिन वह इसमें सफल हो गए। जैसे ही राव की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, वैसे ही लोगों ने उन्हें नए कपड़े और भोजन की पेशकश की। अब राव पेद्दा सीधी के एक स्टार बन गए हैं। ग्रामीणों ने उन्हें शॉल पहनाकर सम्मानित किया।
सरकारी नौकरी के लिए की काफी मेहनत- राव
TNIE की रिपोर्ट के मुताबिक, राव ने कहा, "मैनें 1981 में पेद्दा सीधी ZP स्कूल से SSC पूरा किया था, फिर मैंने 1992 में अन्नामलाई विश्वविद्यालय से BEd की पढ़ाई की और 1994 और 1996 में DSC की परीक्षा दी, लेकिन दुर्भाग्य से मुझे दोनों बार नौकरी नहीं मिली।" उन्होंने आगे कहा, "मैनें 1998 में एक बार फिर DSC की परीक्षा दी और इंटरव्यू भी पास किया। हालांकि, विभिन्न कानूनी मुद्दों के कारण अंतिम चयन में देरी हुई।"
नौकरी पाकर खुश हैं राव
राव ने बताया कि रविवार को DSC-1998 के अन्य उम्मीदवारों और पड़ोसियों ने उन्हें सूचित किया कि वह शिक्षण कार्य के लिए चुने गए हैं। 24 साल बाद वह नौकरी पाकर काफी खुश हैं।