एक ही उंगली हिला पाने वाले लकवा के मरीज ने किया कमाल, शुरू किया अपना स्टार्ट-अप
क्या है खबर?
ज्यादातर लोग सिरदर्द जैसी आम समस्याएं होने पर ही काम-काज छोड़कर बिस्तर पकड़ लेते हैं। हालांकि, कुछ हिम्मतवाले लोग बड़ी से बड़ी बीमारियों को भी अपने रास्ते का पत्थर नहीं बनने देते। आज हम आपको ऐसे ही एक साहसी व्यक्ति की कहानी सुनाने वाले हैं, जो लकवा की बीमारी से पीड़ित हैं। वह अपने हाथ और पैर की केवल एक-एक उंगलियां हिला पाते हैं। इसके बावजूद भी उन्होंने अपना खुद का स्टार्ट-अप शुरू करके दिखाया है।
मामला
वेंटिलेटर पर होते हुए भी कर दिखाया यह कमाल
यह काबिले तारीफ काम करने वाले व्यक्ति चीन के निवासी हैं, जिनका नाम ली जिया है। वह लकवा के कारण वेंटिलेटर पर हैं, लेकिन उनका जज्बा उनकी परेशानियों से बड़ा है। उन्होंने सफलतापूर्वक एक स्मार्ट फार्म कंट्रोल सिस्टम बनाया है, जो एक तकनिकी अजूबा है। ली 36 साल के हैं और 5 साल की उम्र से मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। इसकी वजह से मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होती जाती हैं, जिससे चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है।
हालात
बीमारी के कारण छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई
ली का बचपन से ही पढ़ाई में मन लगता था, लेकिन 5वीं कक्षा में उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। हालांकि, इसके बाद भी उन्होंने घर से अपनी पढ़ाई जारी रखी। 25 की उम्र में उनकी दिलचस्पी भौतिक विज्ञान और कंप्यूटर में बढ़ने लगी और उन्होंने ऑनलाइन प्रोग्रामिंग सीखना शुरू किया। ली ने बताया, "कंप्यूटर से मेरा परिचय एक किताब से हुआ, जिसे मेरी छोटी बहन घर लाई थी।" वह अपनी बहन की हर कक्षा की कंप्यूटर की किताब पढ़ा करते थे।
बीमारी
बत्तर होते गए ली की बीमारी के लक्षण
जैसे-जैसे ली की उम्र बढ़ी, उनकी बीमारी बत्तर होती गई। सबसे पहले उन्हें चलने में कठिनाई होने लगी, फिर उनके लिए खाना और सांस लेना तक मुश्किल हो गया। 2020 में वह कोमा में चले गए थे और उनके बचने की उम्मीद बहुत कम थी। हालांकि, कोमा से बाहर आने के बाद वह हाथ ही एक और पैर की एक उंगली हिलाने में सक्षम हो गए थे। उनका शरीर भले ही स्थित था, लेकिन उनकी सोचने-समझने की क्षमता ठीक थी।
विकास
एक उंगली से कीबोर्ड चलाकर बनाया कंट्रोल सिस्टम
2021 में ली को बिना मिट्टी वाली खेती के बारे में पता चला, जिससे उन्हें एक शानदार विचार आया। उन्होंने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) तकनीक को मॉडर्न खेती के साथ मिलाने की ठान ली थी। वेंटिलेटर पर रहते हुए उन्होंने सिर्फ एक उंगली से वर्चुअल कीबोर्ड चलाया और पूरे फार्म के लिए एक स्मार्ट कंट्रोल सिस्टम बना डाला। इस सब में ली की मां वू डिमेई ने भी उनकी मदद की थी।
मां
मां के सहयोग से पूरा हुआ सपना
पति के देहांत के बाद वू अकेले ही बेटे और घर को संभालती हैं। एक समय पर उन्हें कंप्यूटर के बारे में कुछ नहीं पता था। हालांकि, बेटे ने अस्पताल में रहते हुए सब कुछ सिखा दिया था। उन्होंने कंट्रोल बोर्ड को चलाना, वायरिंग करना, सर्किट जोड़ना और खेती के उपकरणों का रखरखाव करना सीखा। वू वे सारे काम करती हैं, जो ली खुद नहीं कर सकते। ली ने कहा, "मेरी मां अब सब कुछ करने में सक्षम हैं।"
जानकारी
अच्छा चल रहा है ली का काम
आज ली का स्टार्ट-अप अच्छे से चल रहा है और उन्हें मुनाफा हो रहा है। वह आगे चेरी टमाटर जैसी फसलें उगाकर फार्म को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग उनका हौसला बढ़ा रहे हैं और उनसे प्रेरणा ले रहे हैं।