बेंगलुरु की 62 वर्षीय महिला ने जीता ग्रैंडमा अर्थ का खिताब
दुनिया हर चीज़ के लिए खिताब है, सर्वश्रष्ठ युवक से लेकर ग्रैंडमां अर्थ तक। मगर, इन खिताब को हासिल करने के लिए कई मशक्कतें करनी पड़ती है जनाब! जैसे की बेंगलुरु की 62 वर्षीय महिला ने की। दरअसल, हाल ही में बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में ग्रैंडमा यूनिवर्स प्रतियोगिता आयोजित हुई थी, जिसके अंतर्गत 62 वर्षीय आरती चटलानी नामक महिला ने गैंडमां अर्थ का खिताब अपने नाम कर लिया है। तो आइए जानें कि आरती ने कैसे ये खिताब जीता।
इस तरह आरती ने अपने नाम किया यह खिताब
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय परिधान राउंड, टैलेंट राउंड और क्राउनिंग सेरेमनी समेत तीन राउंड होते हैं। पहले राउंड के लिए आरती ने लहंगा और ब्राइडल ज्वैलरी पहनी थी और एक नाटक प्रस्तुत किया था, जिसके अंतर्गत एक दादी अपने पोते की हर ज़रूरत को पूरा करने के लिए इधर-उधर दौड़ती है। इसके अलावा, दूसरे और तीसरे राउंड को उन्होनें अपनी सुझबुझ के साथ जीता और बन गई ग्रैंडमा ऑफ द अर्थ।
अन्य देशों की दादी से मुकाबला करना था आरती के लिए मुश्किल
मीडिया को आरती ने बताया कि जब इस पेजेंट में उन्होनें अन्य देश की लंबी और फिट दादी को देखा तो वह थोड़ी देर के लिए डर गई थीं, जिसके बाद उन्होनें अपना बैग पैक करके वहां से निकलने का ठान लिया था, लेकिन पति के समझाने पर वह प्रतियोगिता छोड़कर नहीं गई। बता दें कि इस पेजेंट में हिस्सा लेने वाली बेंगलुरु की पहली महिला आरती ने इस पूरे अनुभव को जादुई और यादगार बताया।