क्रिसमस से जुड़ी 5 सबसे विचित्र परंपराएं, जिन्हें जानकार नहीं रुकेगी आपकी हंसी
क्रिसमस ईसाइयों का सबसे खास त्योहार है, जिसकी लोकप्रियता दुनियाभर में फैली हुई है। यह पर्व ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दौरान सैंटा आकर बच्चों को तोहफे बांटते हैं। आम तौर पर लोग क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री सजाते हैं, प्रार्थना करते हैं और पार्टी करते हैं। हालांकि, दुनियाभर में इस त्योहार से जुड़ी कई विचित्र और अजीबो-गरीब परंपराएं निभाई जाती हैं। इनके बारे में जानकार आप हंसने पर मजबूर हो जाएंगे।
झाड़ू को छिपाना
नॉर्वे में क्रिसमस के दौरान एक विचित्र परंपरा निभाई जाती है, जो सुनने में अजीब लगती है। इस त्योहार की पूर्व संध्या पर लोग सोने से पहले अपने घरों के सारे झाड़ू छिपा देते हैं। इस परंपरा के पीछे एक पौराणिक कहानी छिपी हुई है। यहां के लोगों का मानना है कि इस दिन झाड़ू न छिपाने से चुड़ैलें और शरारती आत्माएं उन्हें चुराकर ले जाती हैं।
लकड़ी को पॉटी करवाना
स्पेन के कैटेलोनिया क्षेत्र के लोग क्रिसमस से पहले लकड़ी का एक लंबा टुकड़ा लाकर उसमें कैंडी, फल और मेवे भरते हैं। क्रिसमस की शाम को पूरा परिवार मिलकर इस लकड़ी को पीटता है, जब तक उससे सारा खाना बाहर न आ जाए। वे लकड़ी को पॉटी कराने की रस्म निभाते हैं और घर को पॉटी करती हुई मूर्तियों से सजाते हैं। इस दौरान वे गाना गाते हैं, 'अगर तुम पॉटी नहीं करोगे, तो हम तुम्हें छड़ी से मारेंगे।'
KFC खाना
आम तौर पर क्रिसमस के दिन पल्म केक, टर्की और कैंडी जैसे व्यंजन खाए जाते हैं। हालांकि, जापान के लोग इस त्योहार पर KFC खाने की परंपरा निभाते हैं। केंटकी फ्राइड चिकन (KFC) एक फास्ट फूड कंपनी है, जो तला हुआ चिकन बेंचती है। क्रिसमस के दिन जापानी लोग KFC आउटलेट के बाहर कतार में खड़े होते हैं और अपनी बारी का इंतजार करते हैं। कंपनी के मैस्कॉट कर्नल सैंडर्स की मूर्तियों को सैंटा के अवतार में सजाया जाता है।
जूतों में कैंडी भरना
दुनियाभर के बच्चे यह बात मानते हैं कि क्रिसमस पर सैंटा उन्हें तोहफे देते हैं। इसी आस के साथ जर्मनी में एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है। दरअसल, 5 दिसंबर की रात को सभी बच्चे अपने घर के बाहर अपने जूते रखते हैं। अगर वे साल भर अच्छा बरताव करते हैं, तो सुबह उनके जूते कैंडी से भरे हुए मिलते हैं। हालांकि, अगर वे बुरा बरताव करते हैं तो, सैंटा जूते में एक सूखी लकड़ी रख देते हैं।
बकरी और भालू की तरह तैयार होना
रोमानिया में एक सदियों पुरानी परंपरा चली आ रही है, जिसमें क्रिसमस के दिन भालू की तरह तैयार होना शामिल होता है। नवयुवक भालू की वेशभूषा पहनते हैं और एक खास नृत्य करते हैं, जिसमें नए साल के प्रतीक के रूप में भालू की मृत्यु और पुनर्जन्म को दर्शाया जाता है। इसके अलावा, क्रिसमस की शाम को एक आदमी रंग-बिरंगी बकरी वाली वेशभूषा में तैयार होता है और नाचते-कूदते हुए लोगों को डराने का प्रयास करता है।