रोहित शर्मा और विराट कोहली के बचाव में उतरे युवराज सिंह, कहा- उनकी उपलब्धियां भूल गए
क्या है खबर?
हाल ही में सम्पन्न हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में भारतीय क्रिकेट टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
5 मैचों की इस प्रतिष्ठित में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और प्रमुख बल्लेबाज विराट कोहली ने निराशजनक प्रदर्शन किया था।
इन दोनों के खराब प्रदर्शन के बाद से इन खिलाड़ियों की लगातार आलोचना हो रही है।
इस कठिन समय में रोहित और कोहली को युवराज सिंह का समर्थन मिला है।
आइए जानते हैं युवराज ने क्या कहा है।
बयान
रोहित और कोहली को मिला युवराज का साथ
युवराज ने समाचार एजेंसी PTI से कहा, "मैं देखता हूं कि भारत ने पिछले 5-6 सालों में क्या हासिल किया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में लगातार 2 सीरीज जीती थी। मुझे याद नहीं आता कि किसी टीम ने ऐसा किया हो। लोग रोहित और कोहली की खूब आलोचना कर रहे हैं, लेकिन लोग भूल जाते हैं कि उन्होंने अतीत में क्या हासिल किया है। वे इस समय के 2 महानतम क्रिकेटर हैं। ये हमसे ज्यादा दुखी होंगे।"
बयान
कोच गंभीर और चयनकर्ता अगरकर के समर्थन में भी दिखे युवराज
युवराज ने आगे कहा, "कोच के रूप में गौतम गंभीर, चयनकर्ता के रूप में अजीत अगरकर अच्छे हैं। रोहित, कोहली, जसप्रीत बुमराह, इस समय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं और उन्हें तय करना है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य क्या है। मुझे यकीन है कि इस पर BCCI के साथ चर्चा की जाएगी और इस बात पर विचार किया जाएगा कि भारत के लिए आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका क्या है।"
बयान
युवराज ने की दिल छूने वाली बात
युवराज ने कहा, "गंभीर, रोहित और विराट ने मुझसे ज्यादा क्रिकेट खेली है। मैं सिर्फ अपनी राय दे सकता हूं और मेरी राय यह है कि जब खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं तो उनकी आलोचना करना बहुत आसान होता है, लेकिन उनका समर्थन करना बहुत मुश्किल होता है। उनकी आलोचना करना मीडिया का काम है और अपने दोस्तों और भाइयों का समर्थन करना मेरा काम है। मेरे लिए वे मेरा परिवार हैं। सीधी सी बात है।"
प्रदर्शन
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कैसा रहा कोहली और रोहित का प्रदर्शन?
कोहली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में 9 पारियों में 23.75 की औसत के साथ 190 रन बनाए। उन्होंने पहले पर्थ टेस्ट में शतक लगाया था और उसके बाद उनके बल्ले से रन नहीं निकले थे।
दूसरी तरफ रोहित ने 3 टेस्ट की 5 पारियों में 6.20 की बेहद खराब औसत के साथ कुल 31 रन बनाए थे। वह सीरीज के पहले और आखिरी टेस्ट में नहीं खेले थे।