आखिर पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह को क्यों गिरफ्तार किया गया था?

पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह को 'जातिगत टिप्पणी' के आरोप में हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था और अब उन्हें अंतरिम जमानत पर छोड़ दिया गया है। युवराज को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था और रिहा होने से पहले तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी। हांसी की पुलिस अधीक्षक नितिका गहलौत ने यह जानकारी दी है। उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया था, आइए जानते हैं।
यह मामला पिछले साल का है। इंस्टाग्राम पर रोहित शर्मा के साथ बातचीत के दौरान युवराज ने युजवेंद्र चहल पर जातिगत टिप्पणी की थी। इसके बाद दलितों के अधिकार के लिए लड़ने वाले वकील रजत कल्सन ने युवराज के खिलाफ हरियाणा के हिसार में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत करने वाले व्यक्ति ने रोहित पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि रोहित ने भी युवराज की बातों पर किसी तरह का प्रतिरोध नहीं किया।
युवराज के खिलाफ हिसार के हांसी थाने में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने IPC की धारा 153, 153A और SC/ST एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। युवराज इस मामले में हाई कोर्ट पहुंच गए थे।
इस मामले पर युवराज पहले माफ़ी मांग चुके हैं। ट्विटर पर अपने पोस्ट की शुरुआत में ही युवराज ने कहा कि वह जाति, रंग या लिंग के आधार पर किसी तरह के भेदभाव में भरोसा नहीं रखते। उन्होंने आगे लिखा था, 'मैंने लोगों की भलाई के लिए काफी कुछ किया है और आगे भी करता रहूंगा। मैं समझता हूं कि जब मैं अपने दोस्त से बात कर रहा था तो मुझे गलत समझा गया और मैंने जानबूझकर कुछ नहीं किया।'
युवराज ने आगे लिखा था, 'यदि अनजाने में मैंने आपका दिल दुखाया है तो एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक होने के कारण मैं उसके लिए आपसे माफी मांगता हूं। भारत और इसके लोगों के लिए मेरा प्यार काफी गहरा है।'
पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज के नाम 40 टेस्ट में तीन शतक और 11 अर्धशतक के साथ 1,900 रन दर्ज हैं। 304 वनडे में 14 शतक और 52 अर्धशतक के साथ 8,701 रन दर्ज हैं। 58 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में युवराज ने 1,177 रन बनाए हैं। युवराज भारत की वनडे और टी-20 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रह चुके हैं। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले इकलौते भारतीय हैं।