वनडे क्रिकेट में भारत के लिए डेब्यू करने वाले सबसे युवा खिलाड़ियों पर एक नजर
क्या है खबर?
फरवरी के महीने में प्रतिष्ठित इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) चैंपियंस ट्रॉफी होने वाली है। वनडे प्रारूप में होने वाले टूर्नामेंट में दुनिया की शीर्ष-8 टीमें खेलेगी।
अनुभवी खिलाड़ियों के साथ-साथ कई युवा खिलाड़ी भी खेलते हुए नजर आएंगे।
अगर इस प्रारूप में डेब्यू करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी की बात करें तो वह हसन राजा हैं, जिन्होंने 14 साल की उम्र में डेब्यू किया था।
ऐसे में आइए भारत के लिए डेब्यू करने वाले युवा खिलाड़ी पर नजर डालते हैं।
#1
सचिन तेंदुलकर (16 साल, 238 दिन)
पहले स्थान पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज सचिन तेंदुलकर हैं। उन्होंने साल 1989 में भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था।
तब उनकी उम्र सिर्फ 16 साल और 238 दिन थी। बारिश के कारण यह मैच 16 ओवर का ही खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 87/9 का स्कोर बनाया था।
तेंदुलकर उस मैच में खाता खोले बिना पवेलियन लौटे थे। भारतीय टीम को उस मुकाबले में 7 रन से हार मिली थी।
#2
मनिंदर सिंह (17 साल, 222 दिन)
दूसरे स्थान पर भारत के पूर्व स्पिन गेंदबाज मनिंदर सिंह हैं। उन्होंने साल 1983 में सिर्फ 17 साल और 222 दिन की उम्र में डेब्यू किया था। वह वनडे मैच भी पाकिस्तान के खिलाफ था।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 197/6 का स्कोर बनाया था। जवाब में पाकिस्तान ने मैच 8 विकेट से जीत लिया था।
मनिंदर ने 8 ओवर गेंदबाजी की थी और 47 रन खर्च किए थे। उन्हें 1 भी सफलता नहीं मिल पाई थी।
#3
हरभजन सिंह (17 साल, 288 दिन)
तीसरे स्थान पर पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह हैं। उन्होंने 17 साल और 288 दिन की उम्र में पहला वनडे न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
साल 1998 में यह मुकाबला खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 220/9 का स्कोर बनाया था। जवाब में कीवी टीम 205 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
भारत को 15 रन से जीत मिली थी। हरभजन ने 10 ओवर गेंदबाजी की थी और 32 रन देकर 1 विकेट लिए थे।
#4
पार्थिव पटेल (17 साल, 301 दिन)
भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने साल 2003 में अपना पहला वनडे मैच कीवी टीम के खिलाफ खेला था।
तब उनकी उम्र सिर्फ 17 साल और 301 दिन थी। भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 122 रन पर ऑलआउट हो गई थी। न्यूजीलैंड ने 3 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया था।
पटेल ने उस मैच में 31 गेंद का सामना किया था और 13 रन बनाकर आउट हुए थे।