भारतीय रेसलिंग फेडरेशन ने पहलवान सतेंदर मलिक पर लगाया आजीवन बैन, जानिए कारण
इस साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए दिल्ली में बीते मंगलवार को पहलवानों का ट्रॉयल मैच कराया जा रहा था और इस दौरान खूब बवाल देखने को मिला। 125 किलोग्राम भारवर्ग के पहलवान सतेंदर मलिक ने रेफरी जगबीर सिंह को मुक्का मार दिया। इसके अलावा एक अन्य पहलवान ने अपना मैच गंवाने के बाद तोड़फोड़ की थी। सतेंदर को मारपीट के कारण आजीवन बैन किया गया है।
क्यों शुरु हुआ था विवाद?
सतेंदर और मोहित के बीच चल रहे मुकाबले में मोहित के कोच ने रेफरी के फैसले को चैलेंज किया था। इस मैच के रेफरी सतेंदर के गांव के थे और उन्होंने पक्षपात के आरोपों से बचने के लिए खुद को अलग कर लिया था। इसके बाद जगबीर सिंह को फैसला लेने के लिए बुलाया गया था और उन्होंने फैसला मोहित के पक्ष में सुनाया था। जगबीर के इस फैसले से सतेंदर नाराज थे।
दूसरे मैट पर जाकर सतेंदर ने की रेफरी के साथ मारपीट
मैच समाप्त होने के बाद सतेंदर उस मैट पर गए जहां जगबीर रेफरी की भूमिका निभा रहे थे। वहां जाकर उन्होंने जगबीर से कुछ कहा और इस बीच रेफरी ने उन्हें थप्पड़ मार दिया। इसके बाद पहलवान भी खुद को रोक नहीं सके। उन्होंने रेफरी को जोरदार थप्पड़ लगाया जिससे कि वह अपनी कुर्सी से गिर गए। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को फिर से थप्पड़ लगाए और फिर वहां मौजूद लोगों ने मामले को शांत कराया।
यहां देखें मारपीट का वीडियो
65 किलोग्राम भारवर्ग का मैच हारने वाले पहलवान ने की तोड़फोड
65 किलोग्राम भारवर्ग में बजरंग पूनिया के खिलाफ करीबी हार झेलने के बाद विशाल कालीरमन ने स्टेडियम के अंदर और बास्केटबाल हॉल में तोड़फोड़ की थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस को स्टेडियम में बुलाया गया था। पुलिस ने आकर वहां की गई तोड़फोड़ का जायजा लिया था। हालांकि, विशाल के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। विशाल ने मुकाबले 1-2 से गंवाया था।
स्टेडियम की AC नहीं चलने से परेशान हुए लोग
पहलवानों द्वारा मचाए गए बवाल के अलावा स्टेडियम में एयरकंडीशनर (AC) नहीं चलने से भी लोगों को काफी परेशानी हुई थी। बिजली की समस्या के चलते AC नहीं चल रही थी और पहलवानों के अलावा वहां मैच देख रहे लोग गर्मी से परेशान थे। ट्रॉयल खत्म होने के बाद कई पहलवानों ने AC नहीं चलने से होने वाली परेशानी के बारे में कहा था। पहलवान पसीने से परेशान थे और उन्हें स्लिप होकर चोट लगने का डर था।