
महिला वनडे विश्व कप: भारतीय टीम की ओर से किए गए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन
क्या है खबर?
भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में 30 सितंबर से महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का आगाज होने वाला है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस बार अपना पहला खिताब जीतने का प्रयास करेगी। विश्व कप इतिहास में भारतीय गेंदबाजों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कई यादगार पल दिए हैं। उन्होंने विरोधी टीमों को पस्त करने के साथ अपने आंकड़ों से इतिहास भी बनाया है। आइए विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करने वाली भारतीय खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं।
#1
राजेश्वरी गायकवाड़ - 5/15 बनाम न्यूजीलैंड, 2017
इस सूची में पहले स्थान पर भारतीय टीम की प्रमुख गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ हैं। उन्होंने विश्व कप 2017 में न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ 7.3 ओवर में एक मेडन के साथ सिर्फ 15 रन खर्च करते हुए 5 विकेट चटकाए थे। उनकी घातक गेंदबाजी के सामने कीवी टीम 266 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 79 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इस तरह भारतीय टीम ने वह मुकाबला 186 रनों से अपने नाम किया था।
#2
एकता बिष्ट - 5/18 बनाम पाकिस्तान, 2017
इस सूची में भारतीय टीम की प्रमुख गेंदबाज एकता बिष्ट दूसरे पायदान पर हैं। उन्होंने विश्व कप 2017 में पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ 10 ओवर में 2 मेडन के साथ सिर्फ 18 रन खर्च करते हुए 5 विकेट चटकाए थे। उनकी घातक गेंदबाजी के सामने पाकिस्तानी टीम 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 74 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इस तरह भारतीय टीम ने वह मुकाबला 95 रनों से अपने नाम किया था।
#3
पूर्णिमा चौधरी - 5/21 बनाम वेस्टइंडीज, 1997
इस सूची में भारतीय टीम की पूर्व तेज गेंदबाज पूर्णिमा चौधरी तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने महिला क्रिकेट विश्व कप 1997 में वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ 10 ओवर में सिर्फ 21 रन खर्च करते हुए 5 विकेट चटकाए थे। उनकी घातक गेंदबाजी के सामने केरेबियाई टीम 146 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 83 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इस तरह भारतीय टीम ने वह मुकाबला 62 रनों से अपने नाम किया था।
#4
पूर्णिमा चौधरी - 5/32 बनाम न्यूजीलैंड, 2005
इस सूची में पूर्व स्पिन गेंदबाज नीतू डेविड चौथे नंबर पर हैं। उन्होंने विश्व कप 2005 में न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ 10 ओवर में 3 मेडन के साथ सिर्फ 32 रन खर्च करते हुए 5 विकेट चटकाए थे। उनकी घातक गेंदबाजी के सामने कीवी टीम 184/9 का ही स्कोर बना सकी थी। हालांकि, भारतीय बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण टीम पूरे ओवर खेलने के बाद भी 168/9 का ही स्कोर बना पाई और 16 रन से हार गई।