
PBKS की सह-मालकिन प्रीति जिंटा ने निदेशकों के खिलाफ क्यों दायर किया मुकदमा?
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की प्रमुख फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स (PBKS) की सह-मालकिन प्रीति जिंटा ने अपने साथी निदेशकों मोहित बर्मन और नेस वाडिया के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
यह मुकदमा चंडीगढ़ की एक अदालत में दायर किया गया है, जिसमें 21 अप्रैल को आयोजित विशेष आम बैठक (EGM) की वैधता को चुनौती दी गई है।
जिंटा का दावा है कि EGM में कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है।
आरोप
जिंटा ने क्या लगाए हैं आरोप?
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, KPH ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (PBKS की मूल कंपनी) की निदेशक जिंटा का तर्क है कि उन्होंने 10 अप्रैल को एक ईमेल के जरिए से EGM पर अपनी आपत्तियां दर्ज कराई थीं।
हालांकि, इन आपत्तियों को नजरअंदाज कर दिया गया और बर्मन के समर्थन से बैठक आगे बढ़ा दी गई।
साथी निर्देशक करण पॉल के साथ EGM में भाग लेने के बावजूद जिंटा ने अदालत से इसे रद्द करने की मांग की है।
चिंता
क्या है जिंटा की प्रमुख चिंता?
जिंटा द्वारा अपने मुकदमे में उठाई गई प्रमुख चिंताओं में से एक इस EGM में मुनीश खन्ना को निदेशक नियुक्त करना है, क्योंकि उन्होंने और पॉल दोनों ने इसका विरोध किया है।
अपनी कानूनी अर्जी में जिंटा ने खन्ना को निदेशक के रूप में कार्य करने से रोकने का आदेश मांगा है।
उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि इस विवादित बैठक के दौरान लिए गए किसी भी निर्णय को कंपनी द्वारा लागू नहीं किया जाना चाहिए।
अनुरोध
जिंटा ने भविष्य की बैठकों में अदालत के हस्तक्षेप का किया अनुरोध
EGM की वैधता को चुनौती देने के साथ-साथ जिंटा ने अदालत से KPH ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड को उनके और पॉल की उपस्थिति के बिना कोई बोर्ड या आम बैठक आयोजित करने से रोकने का भी अनुरोध किया है।
वह यह भी चाहती हैं कि कानूनी मामला सुलझने तक खन्ना को बाहर रखा जाए।
बता दें कि इस लड़ाई के बाद भी जिंटा IPL 2025 में लगातार टीम का उत्साह बढ़ा रही है। PBKS प्लेऑफ में भी पहुंच गई है।