तीन साल के बैन को चैलेंज करेंगे उमर अकमल; जानिए किसने क्या कुछ कहा
पाकिस्तानी बल्लेबाज उमर अकमल को सट्टेबाज के साथ बातचीत की जानकारी नहीं देने के कारण तीन साल के लिए हर तरह की क्रिकेट से बैन कर दिया गया है। हालांकि, उनके भाई कामरान अकमल का कहना है कि तीन साल की सजा काफी गलत है और वह इसके खिलाफ अपील करेंगे। वहीं पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर रमीज़ राजा ने उमर की जमकर आलोचना की है। आइए जानते हैं उमर के तीन साल के बैन पर किसने क्या कहा।
तीन साल की सजा सही नहीं, अपील करेंगे उमर- कामरान
कामरान ने कहा कि वह उमर पर लगे तीन साल के बैन से काफी आश्चर्यचकित हैं और उमर हर उपलब्ध फोरम में जाकर अपनी अपील दर्ज कराएंगे। उन्होंने आगे कहा, "यह समझ पाना काफी मुश्किल है क्योंकि पहले के समय में ऐसी घटनाओं के लिए खिलाड़ियों को बेहद कम समय का बैन झेलना पड़ा था।" अकमल ने मोहम्मद इरफान और मोहम्मद नवाज़ पर लगे कम समय के बैन का उदाहरण दिया।
ऑफिशियली बेवकूफों की लिस्ट में शामिल हुआ उमर- राजा
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर रमीज़ राजा ने ट्विटर पर कामरान अकमल को बेवकूफों की लिस्ट में शामिल होने वाला नया नाम बताया। उन्होंने लिखा, "उमर अकमल ने ऑफिशियली बेवकूफों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा लिया है। तीन साल का बैन। टैलेंट को बर्बाद करने वाला खिलाड़ी। पाकिस्तान को मैच फिक्सिंग के लिए कठोर कानून बनाने चाहिए। इसमें लिप्त लोगों को जेल भेजा जाना चाहिए।" इससे पहले भी राजा फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ियों की वापसी का विरोध कर चुके हैं।
तीन साल की सजा के हकदार हैं उमर- जहीर अब्बास
पाकिस्तान के पूर्व महान खिलाडी जहीर अब्बास का कहना है कि उमर तीन साल की सजा भुगतने के हकदार हैं। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "वह जूनियर खिलाड़ी नहीं थे। वह लंबे समय से पाकिस्तान के लिए खेल रहे थे। उन्हें एंटी करप्शन यूनिट ने कई बार बताया होगा कि सट्टेबाज द्वारा संपर्क किए जाने पर क्या करना है। PCB को पता चला कि कोई उमर से संपर्क कर रहा है। उन्होंने इसे कबूल किया, लेकिन देर हो चुकी थी।"
इस प्रकार रहा है अकमल के लिए यह साल
पकिस्तान के लिए 16 टेस्ट और 121 वनडे खेल चुके अकमल इस साल फिटनेस टेस्ट के दौरान ट्रेनर के साथ बदतमीजी करने के लिए सुर्खियों में आए थे। इसके बाद पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) शुरु होने से एक दिन पहले उन्हें इसमें खेलने से रोक दिया गया। 17 मार्च को PCB की एंटी करप्शन यूनिट ने उन्हें नोटिस जारी कर 14 दिन के भीतर उनसे जवाब मांगा। 27 अप्रैल को उमर को तीन साल के लिए बैन कर दिया गया।