टेस्ट क्रिकेट इतिहास में कब-कब 2 गेंदबाजों ने लिए विपक्षी टीम के सभी 20 विकेट?
पाकिस्तान क्रिकेट टीम को दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 152 रन से जीत मिली। इसी के साथ सीरीज 1-1 की बराबरी पर आ गई है। मुकाबले में पाकिस्तान के स्पिन गेंदबाज साजिद खान और नोमान अली ने इंग्लैंड के सभी 20 विकेट लिए। टेस्ट क्रिकेट में 7वीं बार हुआ है, जब 2 खिलाड़ियों ने मिलकर सभी 20 विकेट लिए हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि कब-कब 2 गेंदबाजों ने मिलकर सभी विकेट झटके हैं।
ह्यूग ट्रम्बल और मोंटी नोबल (1902)
पहली बार साल 1902 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के ह्यूग ट्रम्बल और मोंटी नोबल ने यह कारनामा किया था। कंगारू टीम की पहली पारी 112 रन पर समाप्त हुई थी। जवाब में इंग्लैंड 61 रन पर ऑलआउट हो गई। ट्रम्बल ने 3 और नोबल ने 7 विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 353 रन पर समाप्त हुई। इसके बाद इंग्लैंड ने 175 रन बनाए और उसे 229 रन से हार मिली। ट्रम्बल ने 4 और नोबल ने 6 विकेट लिए।
जॉर्ज हर्स्ट और कॉलिन ब्लाइथ (1909)
दूसरी बार यह कारनामा इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज जॉर्ज हर्स्ट और कॉलिन ब्लाइथ ने साल 1909 में किया था। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी सिर्फ 74 रन पर समाप्त हुई थी। हर्स्ट ने 28 रन देकर 4 विकेट लिए थे। ब्लाइथ के खाते में 6 विकेट आए थे। दूसरी पारी में इन दोनों ने 5-5 विकेट लिए थे। कंगारू टीम की दूसरी पारी 151 रन पर खत्म हुई थी। इंग्लैंड को मुकाबले में 10 विकेट से जीत मिली थी।
बर्ट वोग्लर और ऑब्रे फॉल्कनर (1910)
साल 1910 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के गेंदबाज बर्ट वोग्लर और ऑब्रे फॉल्कनर ने इंग्लैंड के खिलाफ सभी 20 विकेट अपने नाम किए थे। मैच में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 208 रन पर खत्म हो गई थी। जवाब में इंग्लैंड ने 310 रन बनाए। वोग्लर और फॉल्कनर दोनों के खाते में 5-5 विकेट आए। इंग्लैंड दूसरी पारी में 224 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। वोग्लर ने 7 विकेट और फॉल्कनर ने 3 विकेट अपने नाम किए थे।
जिम लेकर और टोनी लॉक (1956)
साल 1956 में ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड दौरे पर गई थी। सीरीज के चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 459 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया 84 रन पर ऑलआउट हो गई। जिम लेकर ने 16.4 ओवर में 9 विकेट लिए थे। टोनी लॉक के खाते में 1 विकेट आया था। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में सभी 10 विकेट जिम ने अपने नाम किए थे। इस मुकाबले में इंग्लैंड को पारी और 170 रनों से जीत मिली थी।
फजल महमूद और खान मोहम्मद (1956)
ऑस्ट्रेलिया साल 1956 में पाकिस्तान दौरे पर गई थी। एकमात्र टेस्ट की पहली पारी में कंगारू टीम 80 रन पर ऑलआउट हुई थी। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए फजल महमूद ने 27 ओवर में 34 रन देकर 6 विकेट लिए थे। खान मोहम्मद ने 4 विकेट लिए थे। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 187 रन पर खत्म हुई। फजल ने दूसरी पारी में 7 विकेट और खान ने 3 विकेट लिए थे। पाकिस्तान को 9 विकेट से जीत मिली थी।
डेनिस लिली और बॉब मैसी (1972)
साल 1972 में ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। दूसरे टेस्ट में कंगारू टीम को 8 विकेट से जीत मिली थी। इंग्लैंड की पहली पारी 272 रन पर खत्म हुई थी। डेनिस लिली ने 2 विकेट और बॉब मैसी ने 8 विकेट झटके थे। इंग्लैंड की दूसरी पारी 116 रन पर खत्म हुई और इस पारी में भी मैसी ने 8 विकेट और लिली ने 2 विकेट लिए। कंगारू टीम को मैच में 8 विकेट से जीत मिली थी।
नोमान अली और साजिद खान (2024)
इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में साजिद ने 26.2 ओवर में 111 रन देकर 7 विकेट लिए। नोमान ने 28 ओवर गेंदबाजी की और 101 रन देकर 3 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में साजिद ने 17 ओवर में 93 रन देकर 2 विकेट झटके। नोमान ने 16.3 ओवर गेंदबाजी की और 46 रन देकर 8 विकेट लिए। दिलचस्प बात ये है कि जब-जब 2 गेंदबाजों ने सभी 20 विकेट लिए, विपक्षी टीम हमेशा इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया ही रही है।