WFI ने ओलंपिक पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत पर लगा प्रतिबंध हटाया
क्या है खबर?
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) ने ओलंपिक पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत और उदीयमान नेहा सांगवान का निलंबन हटा दिया है। दोनों पहलवानों को क्रमशः विश्व चैंपियनशिप और विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में अपनी भार सीमा का उल्लंघन करने के कारण निलंबित किया गया था। यह निर्णय दोनों पहलवानों द्वारा माफी पत्र जमा करने और शीर्ष राष्ट्रीय प्रशिक्षकों से परामर्श के बाद लिया गया। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने दी जानकारी
WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने निलंबन हटाने के फैसले के बारे में बताया। उन्होंने स्पोर्टस्टार से कहा, "हमारे कोचों ने सुझाव दिया कि इन पहलवानों के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, उन्हें एक मौका दिया जाना चाहिए। अन्यथा वे राष्ट्रीय चैंपियनशिप (दिसंबर में अहमदाबाद में) और प्रो रेसलिंग लीग (अगले साल) जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों से चूक जाएंगे। दोनों पहलवानों ने माफी मांगी है और कहा है कि ऐसी गलतियां नहीं करेंगे। ऐसे में हमने निलंबन हटाने का फैसला किया।"
प्रतिबंध
सहरावत पर क्यों लगा था प्रतिबंध?
क्रोएशिया में हुई विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में वजन कम करने में नाकाम रहने के बाद उन्हें 1 साल के लिए निलंबित किया गया था। सहरावत को विश्व प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में उत्तरी मैसेडोनिया के व्लादिमीर एरोगोव के खिलाफ शुरुआती मुकाबले से पहले उनका वजन ज्यादा था। बता दें कि वजन मापने के समय उनका वजन स्वीकार्य सीमा से 1.7 किग्रा अधिक था।
पदक
ओलंपिक में पदक जीत चुके हैं सहरावत
सहरावत पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना एकमात्र मुकाबला जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची के खिलाफ हारे थे। यह सेमीफाइनल मुकाबला था। हिगुची ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अमन को मात दी थी। हिगुची ने रियो ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था। अमन ने राउंड ऑफ-16 में नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव और क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को हराया था। यह दोनों मुकाबले अमन ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अपने नाम किए थे।