ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत: सिडनी में लगातार दो टेस्ट खेलना पसंद नहीं करेगी ऑस्ट्रेलिया- वेड
तमाम रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारतीय टीम कड़े कोरोना प्रतिबंधों के कारण ब्रिसबेन नहीं जाना चाहती है। भारतीय टीम चाहती है कि तीसरे के साथ ही चौथा टेस्ट भी सिडनी में ही खेला जाए। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया अंतिम दो टेस्ट लगातार सिडनी में खेलना पसंद नहीं करेगी। भारत ने ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई टेस्ट नहीं जीता है।
हमें है गाबा में खेलने की उम्मीद- वेड
वेड ने कहा कि उन्होंने अब तक इसके बारे में नहीं सुना है, लेकिन वे लगातार दो टेस्ट सिडनी में खेलना पसंद नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा, "शेड्यूल पहले ही जारी कर दिया गया है और हम उसी के साथ रहना पसंद करेंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया दृढ़ रही है कि वे शेड्यूल के साथ रहेंगे तो हम निश्चित रूप से गाबा में खेलने की उम्मीद कर रहे हैं। यह किसी से छिपा नहीं है कि हमें गाबा में खेलना पसंद है।"
हमारी तरफ से नहीं है कोई अनिश्चितता- वेड
वेड ने कहा कि गाबा में क्वारंटाइन और भी कड़ा होगा, लेकिन वे अधिक त्याग करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, "हमारे तरफ से कोई अनिश्चितता नहीं है। हम सिडनी में खेलने के बाद गाबा जाने के लिए तैयार हैं जब तक कि हमें यह न कहा जाए कि इसमें बदलाव होने वाला है। चीजें हमारे कंट्रोल के बाहर हैं और इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं।"
सोमवार को सिडनी के लिए निकलेंगी दोनों टीमें
दोनों टीमें सोमवार को सिडनी के लिए निकलेंगी। दो दिन की ट्रेनिंग के बाद सात जनवरी से तीसरा टेस्ट शुरु होगा। क्वींसलैंड ने न्यूसाउथ वेल्श से अपना बॉर्डर बंद कर लिया है, लेकिन टीमों को वहां जाने की स्पेशल इजाजत होगी। बीते शनिवार को न्यूसाउथ वेल्श में सात नए कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के मामले सामने आए थे। इसके बाद से ही अधिकतर सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया था।
ब्रिसबेन में ग्राउंड और होटल के अलावा और कहीं नहीं जा सकेंगे खिलाड़ी
इस बात की बेहद कम उम्मीद है कि लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच क्वींसलैंड अपना निर्णय बदलेगा। इसका मतलब होगा कि ब्रिसबेन पहुंचने के बाद भारतीय टीम ग्राउंड और होटल के अलावा और कहीं नहीं जा सकेगी। भारतीय टीम के करीबी सूत्रों के मुताबिक भारत को इसी चीज से दिक्कत है क्योंकि उन्होंने काफी अधिक समय क्वारंटाइन में बिता दिया है। टीम चाहती है कि उन पर अब और अधिक पाबंदियां नहीं लगाई जाएं।