13 दिसंबर को NCA ज्वाइन करेंगे वीवीएस लक्ष्मण, अंडर-19 विश्व कप के लिए जाएंगे वेस्टइंडीज
पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण 13 दिसंबर को नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) के प्रमुख पद का कार्यभार संभालेंगे। बीते शनिवार को हुई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में यह फैसला लिया गया। लक्ष्मण के साथ ही अन्य कुछ कोचों को भी उसी समय पदभार सौंपा जाएगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाजी कोच ट्रॉय कूले की नियुक्ति भी चर्चा में रहेगी। आइए जानते हैं पूरी खबर।
साइन हो चुका है लक्ष्मण का कॉन्ट्रैक्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एक सीनियर BCCI अधिकारी ने AGM के बाद कहा कि लक्ष्मण का कॉन्ट्रैक्ट पहले ही साइन किया जा चुका है। उन्होंने आगे कहा, "न्यूजीलैंड और भारत के बीच चल रहा दूसरा टेस्ट उनका मीडिया के साथ आखिरी काम होगा। 13 दिसंबर से वह बेंगलुरु ज्वाइन करेंगे। वह वेस्टइंडीज में होने वाले अंडर-19 विश्व कप में भी कुछ समय के लिए उपलब्ध रहने वाले हैं।"
शानदार रहा है लक्ष्मण का टेस्ट करियर
टेस्ट क्रिकेट में भारत के महान बल्लेबाजों में से एक लक्ष्मण ने 134 टेस्ट में 45.97 की औसत से 8,781 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 17 शतक, दो दोहरे शतक और 56 अर्धशतक लगाए थे। अपने टेस्ट करियर में लक्ष्मण कभी नंबर वन टेस्ट रैंकिग बल्लेबाज नहीं बन सके थे। दूसरी तरफ लक्ष्मण ने 86 वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 30.76 की औसत से 2,338 रन बनाए थे।
कानितकर या कोटक में से कोई एक होगा अंडर-19 विश्व कप में हेडकोच
पूर्व भारतीय खिलाड़ी हृषिकेश कानितकर और शिव सुंदर दास को NCA का नया बल्लेबाजी कोच बनाया गया है। NCA में तीसरे बल्लेबाजी कोच के रूप में शितांशू कोटक पहले से ही मौजूद है। कानितकर और दास पहले भी NCA में काम कर चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अंडर-19 विश्व कप के लिए कानितकर या कोटक में से किसी एक को हेडकोच के रूप में भेजा जाएगा।
कूले होंगे नए NCA गेंदबाजी कोच
ऑस्ट्रेलिया के मशहूर तेज गेंदबाजी कोच ट्रॉय कूले NCA के अगले गेंदबाजी कोच बनने के लिए तैयार हैं। कूले को विश्व क्रिकेट में सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजी कोचों में से एक माना जाता है। 2005 में इंग्लैंड के गेंदबाजी कोच के रूप में कूले को काफी अधिक सफलता मिली थी। इंग्लिश तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज में काफी धारदार गेंदबाजी की थी। इस सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया ने कूले को साइन किया था।