
विराट कोहली बनाम सचिन तेंदुलकर: टेस्ट क्रिकेट में किसके आंकड़े रहे बेहतर?
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर दो ऐसे नाम हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। कोहली ने अपने 14 साल के टेस्ट करियर के बाद इस प्रारूप से संन्यास ले लिया है।
जहां सचिन को 'क्रिकेट का भगवान' कहा जाता है, वहीं विराट ने आक्रामक शैली और निरंतरता से खुद को आधुनिक युग का महान बल्लेबाज साबित किया है।
ऐसे में आइए टेस्ट क्रिकेट में दोनों के आंकड़ों की तुलना करते हैं।
करियर
ऐसा रहा है तेंदुलकर का टेस्ट करियर
तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 1989 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 200 टेस्ट मैच खेले थे, जिसकी 329 पारियों में 33 बार नाबाद रहते हुए 53.78 की औसत से 15,921 रन बनाने में सफल रहे थे। उनके बल्ले से 51 शतक और 68 अर्धशतक निकले थे।
तेंदुलकर का टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 248* रन रहा था। इस खिलाड़ी ने आखिरी टेस्ट मैच साल 2013 में खेला था।
टेस्ट
कोहली के टेस्ट करियर पर एक नजर
कोहली ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2011 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। आखिरी बार वह जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ खेलते हुए नजर आए थे।
इस खिलाड़ी ने 123 मैचों की 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए। उनके बल्ले से 30 शतक और 31 अर्धशतक निकले।
कोहली का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 254* का रहा है। इस दौरान कोहली 13 पारियों में नाबाद भी रहे।
नंबर-4
नंबर-4 पर ऐसे रहे दोनों खिलाड़ियों के आंकड़े
तेंदुलकर ने नंबर-4 पर भारत के लिए 177 टेस्ट मुकाबले खेले थे। वह इसकी 275 पारियों में 54.40 की औसत से 13,492 रन बनाने में सफल रहे थे।
उनके बल्ले से 44 शतक और 58 अर्धशतक निकले थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 248* रन रहा था।
कोहली ने नंबर-4 पर 98 मैचों की 160 पारियों में 50.09 की औसत से 7,564 रन बनाने में सफल रहे। उनके बल्ले से 26 शतक और 21 अर्धशतक निकले। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 254* रन रहा।
कप्तान
कप्तान के तौर पर दोनों के आंकड़े
तेंदुलकर ने भारत के लिए 25 टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी। 4 मैच में टीम को जीत और 9 मुकाबलों में हार मिली थी। 12 मुकाबले ड्रॉ रहे थे। उनका जीत प्रतिशत 30.76 का रहा था।
कोहली ने भारतीय टीम के लिए 68 मुकाबलों में कप्तानी की थी। 40 मैच में टीम को जीत मिली और 17 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा था। 11 मुकाबले ड्रॉ रहे थे।
कोहली का जीत प्रतिशत 70.17 का रहा था।
जानकारी
किसने लपके ज्यादा कैच?
तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में 115 कैच लपके थे। कोहली के नाम 121 कैच है। कोहली का टेस्ट करियर 14 साल का रहा। तेंदुलक इस प्रारूप में 24 साल तक खेले। तेंदुलकर ने अपना विदाई टेस्ट खेला। कोहली को ये मौका नहीं मिला।