विराट कोहली बनाम सचिन तेंदुलकर: जानिए 300 वनडे के बाद किसके आंकड़े हैं बेहतर
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने वनडे करियर में 300 मुकाबले पूरे कर लिए हैं। वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले भारत के 7वें और दुनिया के 22वें खिलाड़ी बने हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला उनका 300वां मैच रहा।
आए दिन कोहली की तुलना क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से होती रहती है।
ऐसे में आइए 300 वनडे के बाद दोनों के आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
आंकड़े
300 वनडे के बाद सचिन ने बनाए थे 11,544 रन
सचिन ने भी अपना 300वां वनडे मुकाबला न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के ही खिलाफ साल 2002 में खेला था। उन्होंने 300 मैचों की 291 पारियों में 30 बार नाबाद रहते हुए 11,544 रन बनाए थे।
उनके बल्ले से 33 शतक और 56 अर्धशतक निकले थे। उनकी औसत 44.22 और स्ट्राइक रेट 86.55 की थी।
सचिन का उस समय सर्वश्रेष्ठ स्कोर 186* रन था। इस खिलाड़ी ने अपना पहला वनडे मैच साल 1989 में खेला था।
आगे
सचिन से बहुत आगे हैं कोहली
300 वनडे के बाद कोहली सचिन से बहुत आगे हैं। 2008 में अपना पहला वनडे खेलने वाले इस स्टार खिलाड़ी ने 300 मैच की 288 पारियों में 45 बार नाबाद रहते हुए 14,096 रन बनाए हैं।
उनके बल्ले से 51 शतक और 73 अर्धशतक निकले हैं। उनकी औसत 58 की रही है और उन्होंने 93.40 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है।
कोहली के वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 183 रन रहा है।
रन-चेज
इन मामलों में सचिन से काफी आगे हैं कोहली
लक्ष्य का पीछा करने में कोहली का रिकॉर्ड कमाल का रहा है। वह दुनिया के एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने सफल रन-चेज में 20 (24) से ज्यादा शतक लगाए हैं। इस मामले में उनका औसत 89.59 का है।
महान सचिन कोहली से काफी पीछे हैं। मास्टर ब्लास्टर ने सफल रन-चेज के दौरान 14 वनडे शतक लगाए हैं।
वनडे विश्व कप 2023 के दौरान कोहली ने सचिन का वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक (49) का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया था।
विश्व कप
इस मामले में भी सचिन को कोहली ने छोड़ा था पीछे
कोहली एक वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने 2023 वनडे विश्व कप में 11 मैच खेले थे। इसकी 11 पारियों में 95.62 की औसत से 765 रन बनाए थे।
उनके बल्ले से 3 शतक और 6 अर्धशतक निकले थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 117 रन रहा था।
कोहली ने सचिन को पीछे छोड़ा था। उन्होंने 2003 के विश्व कप में 11 मैच खेले थे और 61.18 की औसत से 673 रन बनाए थे।