
विनोद कांबली तबीयत बिगड़ने के चलते अस्पताल में भर्ती, गंभीर बताई जा रही हालत
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय बल्लेबाज और सचिन तेंदुलकर के करीबी मित्र विनोद कांबली को शनिवार रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें ठाणे के आकृति अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
सभी जरूरी टेस्ट किए जाने के बाद वह डॉक्टरों की निगरानी में है। उनकी हालात गंभीर बताई जा रही है।
बता दें कि 52 वर्षीय कांबली हाल ही में अपने दिवंगत गुरु रमाकांत आचरेकर की याद में आयोजित कार्यक्रम में सचिन से मिलने के बाद सुर्खियों में आए थे।
ट्विटर पोस्ट
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In pictures: Cricketer Vinod Kambli's condition deteriorated again, leading to his admission at Akriti Hospital in Thane late Saturday night. His condition is now stable but remains critical. pic.twitter.com/7NBektzQ54
— IANS (@ians_india) December 23, 2024
हालत
व्हीलचेयर पर बैठे नजर आए थे कांबली
आचरेकर के कार्यक्रम में कांबली व्हीलचेयर पर बैठे नजर आए थे। उस दौरान उन्होंने सचिन से मिलकर उनका हाथ पकड़ लिया था और छोड़ नहीं रहे थे।
उनकी हालत देखकर प्रशंसक चिंतित हो गए थे। उसके बाद 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य कपिल देव और सुनील गावस्कर ने उनकी आर्थिक मदद के लिए हाथ बढ़ाया था।
हालांकि, शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। प्रशंसक उनके स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं।
मदद
ये खिलाड़ी भी कर चुके हैं कांबली की मदद
बता दें कि सचिन भी कई बार कांबली की आर्थिक मदद कर चुके हैं। साल 2013 में तो उन्होंने कांबली की 2 हार्ट सर्जरी कराई थी।
इसी तरह पूर्व भारतीय खिलाड़ी अजय जडेजा और अभय कुरुविला ने भी उनकी मदद की है।
हाल में कांबली ने कहा था कि "जडेजा मेरे अच्छे दोस्त हैं। वह मुझसे मिलने आए और कहा चलो, उठो। हाल ही में बहुत से लोगों ने मुझे फोन किया है। उम्मीद है कि BCCI भी मदद करेगा।"
करियर
कैसा रहा है कांबली का क्रिकेट करियर?
कांबली ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 1991 में वनडे और 1993 में टेस्ट में डेब्यू किया था। वह टेस्ट में लगातार दोहरे शतक लगाने वाले पहले भारतीय भी बने थे।
उन्होंने 17 टेस्ट में 1,084 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं।
उन्होंने कुल 104 वनडे मैचों में 2,477 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं।
वह भारत के लिए सबसे तेज 1,000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे हैं।