विनेश फोगाट ने किया भावुक पोस्ट, 2032 तक खेलने को लेकर कही ये बड़ी बात
भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उनका वजन 50 किलोग्राम की तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा था। इसके बाद वह पूरी तरह टूट गई थी। हालांकि, शुक्रवार रात को उन्होंने सोशल मीडिया पर 3 पन्ने की पोस्ट डालकर अपना पूरा सफर और आगे की योजना के बारे में बताया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या-क्या बातें कहीं हैं?
विनेश ने क्या लिखा?
विनेश ने एक्स पर लिखा है, 'हो सकता है कि कुछ अलग हालात में मैं अपने आप को 2032 ओलंपिक तक खेलते देख सकती हूं,क्योंकि मेरे अंदर लड़ने की भावना और कुश्ती हमेशा रहेगी। मुझे नहीं पता कि भविष्य क्या है और मेरे लिए सफर में आगे क्या होगा, लेकिन एक बात पक्की है कि मैं हमेशा उस बात के लिए लड़ती रहूंगी जो मुझे सही लगती है। कहने को काफी कुछ है, लेकिन शब्द कभी पर्याप्त नहीं होंगे।'
फाइनल मुकाबले को लेकर विनेश ने क्या कहा?
फाइनल मुकाबले को लेकर विनेश ने अपनी पोस्ट में लिखा, '6 अगस्त की रात और 7 अगस्त की सुबह, हमने हार नहीं मानी। हमारी कोशिशें नहीं रुकीं। हम झुके नहीं, लेकिन घड़ी रुक गई और समय सही नहीं था। मेरा भाग्य भी।' उन्होंने आगे लिखा, 'मेरी टीम, भारतीयों के लिए, मेरे परिवार के लिए, हम जिस गोल के लिए काम कर रहे थे वह सब एक तरह से अधूरा रह गया। ये मेरी जिंदगी से हमेशा मिसिंग रहेगा।'
क्या था विनेश का पूरा मामला?
महिलाओं की 50 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में विनेश ने क्यूबा की गुजमान लोपेज को 5-0 से हराया था और अपना ओलंपिक पदक भी सुनिश्चित कर लिया था। नियमों के अनुसार, फाइनल से पहले विनेश को अपना वजन दिखाना था। उनका वजन ज्यादा पाया गया। उन्होंने वजन को कम करने के लिए पूरी रात जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग की, लेकिन वजन कम नहीं कर पाईं। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त समय मांगा, लेकिन उनकी दलीलों को अस्वीकार कर दिया गया।
विनेश ने ले लिया है संन्यास
विनेश ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स (CAS) के सामने खुद को रजत पदक देने की अपील की थी। CAS ने पदक देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम के बाद कुश्ती से संन्यास ले लिया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था, "मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब, अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।"