विजय हजारे ट्रॉफी 2023: कर्नाटक को हराकर फाइनल में पहुंचा राजस्थान, हरियाणा से होगी खिताबी भिड़त
क्या है खबर?
विजय हजारे ट्रॉफी 2023 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में गुरुवार रात राजस्थान क्रिकेट टीम ने कर्नाटक टीम को 6 विकेट से हरा दिया।
इस जीत के साथ ही राजस्थान टीम ने टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
रविवार को राजकोट में खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले में राजस्थान का सामना पहले सेमीफाइनल की विजेता हरियाणा क्रिकेट टीम से होगा।
आइए इस मैच में बने रिकॉर्ड्स और खास आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
मैच का लेखा-जोखा
कर्नाटक क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर 282 रन बनाए। टीम की ओर से अभिनव मनोहर (91) ने सर्वाधिक रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करने मैदान में उतरी राजस्थान टीम ने 43.4 ओवर में 4 विकेट खोकर 283 रन बनाते हुए जीत हासिल कर ली।
टीम की ओर से कप्तान दीपक हूडा ने सर्वाधिक 180 रन बनाए। कर्नाटक की ओर से विष्णु, विजयकुमार और मनोज ने 1-1 विकेट लिया।
प्रदर्शन
राजस्थान ने ऐसे किया लक्ष्य का पीछा
राजस्थान टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। 1 रन के स्कोर पर टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज आउट हो गए।
अभिजीत तोमर और राम मोहन चौहान खाता तक नहीं खोल पाए। इसके अलावा 23 रन पर ही स्टार बल्लेबाज महिपाल लोमरोर (14) भी आउट होकर चलते बने।
चौथे विकेट के लिए दीपक और करन लांबा (73*) ने 225 गेंदों में 255 रन की मैराथन साझेदारी निभाते हुए टीम को जीत दिला दी।
दीपक हूडा
दीपक ने जमाया लिस्ट-A क्रिकेट में अपना छठा शतक
अपने अनुभव का पूरा उपयोग करते हुए मध्यक्रम के बल्लेबाज हूडा ने मैच में शानदार शतकीय पारी खेली।
उन्होंने पारी में 140.62 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 128 गेंदों में 180 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 19 चौके और 5 छक्के जमाए।
दीपक के लिस्ट-A क्रिकेट करियर का यह छठा शतक रहा। वर्तमान टूर्नामेंट में यह उनका दूसरा शतक रहा।
वह वर्तमान टूर्नामेंट में राजस्थान की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं।
रिपोर्ट
कर्नाटक के लिए मनोहर ने किया संघर्ष
कर्नाटक के लिए मनोहर ने काफी देर तक राजस्थान के गेंदबाजों का मजबूती से सामना करते हुए संघर्ष किया।
हालांकि, उन्हें दूसरे छोर से उचित सहयोग नहीं मिला जिसके चलते वह टीम की हार नहीं टाल सके।
उन्होंने 113.75 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 80 गेंदों में 91 रन बनाए। अपनी पारी के दौरान उन्होंने 10 चौके और 3 छक्के जमाए।
वह दुर्भाग्यशाली रहे और लिस्ट-A क्रिकेट के अपने पहले शतक से केवल 9 रन से चूक गए।