
BCCI के पूर्व स्कोरर की गांगुली से रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने के साथ आर्थिक फायदों की अपील
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से मान्यता प्राप्त कई रिटायर हो चुके क्रिकेट स्कोरर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। इस बारे में पूर्व स्कोरर के एक समूह ने बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली को ईमेल लिखा है और रिटायरमेंट से जुड़े आर्थिक फायदे दिए जाने की अपील की है।
इसके अलावा उन्होंने रिटायरमेंट की आयु सीमा भी बढ़ाने की मांग रखी है।
जानते हैं उन्होंने गांगुली से क्या अनुरोध किया है।
बयान
स्कोरर ने रिटायरमेंट की आयु बढ़ाने का किया अनुरोध
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के स्कोरर विवेक गुप्ते ने यह पहल शुरू की है। गुप्ते ने 17 स्कोरर के प्रतिनिधि के तौर पर बोर्ड अध्यक्ष गांगुली को ई-मेल किया है।
उन्होंने PTI से कहा, "हम BCCI से स्कोरर की रिटायरमेंट की आयु बढ़ाने का अनुरोध कर रहे थे, जिसमें बहुत कम शारीरिक थकावट की आवश्यकता होती है। BCCI ने अंपायरों की आयु सीमा 55 से बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी है।"
जानकारी
कोरोना के बीच स्कोरर की आय घटी
BCCI से मान्यता प्राप्त स्कोरर को फिलहाल, मैच होने पर हर दिन के 10 हजार रुपए मिलते हैं।
लेकिन कोरोना के दौर में स्कोरर की कमाई काफी घटी है। क्योंकि महामारी के कारण BCCI पिछले साल एक भी प्रथम श्रेणी मैच का आयोजन नहीं करा पाया।
जो स्कोरर काफी पहले रिटायर हो चुके हैं, उनकी आर्थिक हालत ठीक नहीं है। उनके पास आय का कोई दूसरा जरिया नहीं है।
बयान
स्कोरर का होना चाहिए सम्मान- गुप्ते
गुप्ते ने गांगुली को लिखे ई-मेल में कहा, "जब हमने स्कोरिंग शुरू की थी, तब हर दिन का 50 रुपए से भी कम मिलता था। वरिष्ठ स्कोररों ने बिना किसी उम्मीद के अपनी पूरी जिंदगी इसमें लगा दी, जिसकी बहुत चर्चा नहीं होती है। ऐसे में बोर्ड को रिटायरमेंट के बाद इनका ध्यान रखना चाहिए। कम से कम उन्होंने जो इस खेल के लिए त्याग किया है, उसका तो सम्मान करना चाहिए।"
मांग
स्कोरर ने की उचित रिटायरमेंट पॉलिसी की मांग
गुप्ते ने आगे कहा है, "हम आग्रह करते हैं कि उचित रिटायरमेंट पॉलिसी तैयार की जाए और इसे लागू किया जाए। रिटायर हो चुके स्कोरर को तय मासिक पेंशन या एकमुश्त राशि और चिकित्सा कवर के रूप में रिटायरमेंट से जुड़े फायदे दिए जाने चाहिए।"
इन स्कोरर को भरोसा है कि BCCI निश्चित तौर पर रिटायर हो चुके स्कोरर के हित को ध्यान में रखते हुए कोई कदम उठाएगा।