
टेस्ट क्रिकेट: इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज 20 जून से शुरू होने जा रही है। दोनों टेस्ट क्रिकेट की सबसे मजबूत टीमों में से हैं और जब भी ये आमने-सामने होती हैं, तो हर मुकाबला बेहद रोमांचक होता है। इस बहुप्रतीक्षित सीरीज से पहले यह जानना दिलचस्प होगा कि भारत के किन बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारियां खेली हैं। आइए उनपर एक नजर डाल लेते हैं।
#1
करुण नायर (303 रन)
पहले स्थान पर करुण नायर हैं। वह इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में 2017 के बाद वापसी करते हुए नजर आएंगे। उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 303 रन की पारी खेली थी। इंग्लैंड ने पहली पारी में 477 रन बनाए थे। जवाब में नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने आए करुण ने 381 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में 32 चौके और 4 छक्के जड़े। भारतीय टीम को पारी और 75 रनों से जीत मिली थी।
#2
विराट कोहली (235 रन)
दूसरे स्थान पर टेस्ट क्रिकेट के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली हैं। उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ 235 रनों की पारी खेली थी। इंग्लैंड ने पहली पारी में 400 रन बनाए थे। जवाब में नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने आए कोहली ने 340 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में 25 चौके और 1 छक्का लगाया। उनकी पारी की बदौलत भारतीय टीम 631 रन बनाने में सफल रही थी। टीम को पारी और 36 रनों से जीत मिली थी।
#3
विनोद कांबली (224 रन)
तीसरे स्थान पर पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली हैं। उन्होंने साल 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ वानखेड़े टेस्ट में 224 रन बनाए थे। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड 347 रन पर ऑलआउट हो गई थी। जवाब में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने आए कांबली के बल्ले से 411 गेंदों में ये रन निकले थे। उन्होंने पारी में 23 चौके जड़े थे। उनकी पारी की मदद से टीम 591 रन बनाने में सफल रही थी। टीम पारी और 15 रनों से जीती थी।
#4
गुंडप्पा विश्वनाथ (222 रन)
चौथे स्थान पर एक और पूर्व दिग्गज बल्लेबाज गुंडप्पा विश्वनाथ हैं। उन्होंने साल 1982 में चेन्नई टेस्ट के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 222 रन बनाए थे। उनकी पारी के दम पर भारतीय टीम 481/4 का स्कोर बनाने में कामयाब रही थी। नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने उतरे विश्वनाथ के बल्ले से 374 गेंदों में 31 चौके निकले थे। जवाब में इंग्लैंड की टीम 328 रन बनाने में सफल रही थी। वह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।