टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके ब्रिटिश धावक मोहम्मद फराह
ओलंपिक खेलों में चार स्वर्ण पदक जीत चुके ब्रिटिश धावक मोहम्मद फराह 10,000 मीटर दौड़ स्पर्धा में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके हैं। वह मैनचेस्टर में आयोजित हुई ब्रिटिश एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ओलंपिक का टिकट हासिल करने से चूक गए। टोक्यो ओलंपिक में 10,000 मीटर में क्वालीफाई करने के लिए 27 मिनट, 28 सेकंड का समय निर्धारित है, जिसके अंदर वह अपनी रेस पूरी नहीं कर सके।
पिछले दो ओलंपिक में 10,000 मीटर की दौड़ जीत चुके हैं फराह
फराह ने अपनी क्वालिफिकेशन रेस पूरी करने में 27 मिनट, 47 सेकंड का समय लिया। वह पिछले दो ओलंपिक से 10,000 मीटर दौड़ की रेस जीतते आए हैं। रियो ओलंपिक में उन्होंने 27 मिनट, 05 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण जीता था। इससे पहले 2012 में लंदन में हुए ओलंपिक खेलों में उन्होंने 27 मिनट, 30 सेकंड के साथ दौड़ पूरी करके स्वर्ण पदक जीता था। फराह आगामी टोक्यो ओलंपिक में 10,000 मीटर में चुनौती पेश नहीं कर पाएंगे।
5,000 मीटर में भी दो ओलंपिक स्वर्ण जीत चुके हैं फराह
10,000 मीटर के अलावा फराह ने 5,000 मीटर दौड़ में लंदन और रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते हैं। वह 2008 में हुए बीजिंग ओलंपिक में भी 5,000 मीटर दौड़ में हिस्सा ले चुके हैं। हालांकि, उसमे वह कोई पदक नहीं जीत सके थे।
क्वालिफिकेशन से चूकने के बाद क्या बोले फराह?
क्वालिफिकेशन से चूकने के बाद फराह ने कहा, 'मैं खुद को बहुत भाग्यशाली समझता हूं कि मेरा करियर इतना लंबा रहा। आज मेरे पास जो भी है मैं उसके लिए शुक्रगुजार हूं।" हालांकि फराह ने अपने रिटायरमेंट को लेकर कुछ नहीं कहा। उन्होंने आगे कहा, "यह मुश्किल रेस थी। मैंने हमेशा कहा है कि अगर मैं सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को टक्कर नहीं दे सकता तो मैं रेस में जाऊंगा ही नहीं।"
इस महीने पहले भी क्वालीफाई नहीं कर सके थे फराह
5,000 और 10,000 मीटर दौड़ में छह विश्व खिताब जीतने वाले फराह तीन साल से अधिक समय तक मैराथन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ट्रैक से हट गए थे। हालांकि, वह अपनी पसंदीदा स्पर्धा में एक बार फिर से दौड़ने की तैयारी कर रहे थे। विशेष रूप से, वह इस महीने की शुरुआत में भी ओलंपिक क्वालिफिकेशन से चूक गए थे। फराह ने यूरोपियन कप की 10,000 मीटर दौड़ में 27 मिनट 50 सेकंड में दौर पूरी की थी।
नाइटहुड से सम्मानित हैं 'सर मोहम्मद फराह'
सोमालिया में जन्मे फराह आठ साल की उम्र में इंग्लैंड आ गए थे। 2001 में उन्होंने जूनियर यूरोपियन चैंपियनशिप में 5,000 मीटर की दौड़ का स्वर्ण अपने नाम किया और तबसे वह चर्चा में आए थे। इसके बाद इंग्लैंड की ओर से उन्होंने विश्व स्तर पर तमाम प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। एथेलेटिक्स में फराह की उपलब्धियों के लिए उन्हें 2017 में इंग्लैंड का प्रतिष्ठित 'नाइटहुड' सम्मान मिला था।