टी-20 विश्व कप के इतिहास में आखिरी गेंद तक चले रोमांचक मुकाबलों पर एक नजर
टी-20 विश्व कप 2024 का आगाज 1 जून से होने वाला है। क्रिकेट फैंस इस टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस बार ये संस्करण वेस्टइंडीज और अमेरिका में संयुक्त रूप से खेला जाना है। 20 देश इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले हैं। पहला मुकाबला मेजबान अमेरिका क्रिकेट टीम और कनाडा क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला जाएगा। ऐसे में टी-20 विश्व कप के इतिहास में आखिरी गेंद तक चले रोमांचक मुकाबलों पर नजर डालते हैं।
साल 2009 में नीदरलैंड ने दी इंग्लैंड को मात
साल 2009 के टी-20 विश्व कप में नीदरलैंड क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर हरा दिया था। 163 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी नीदरलैंड के नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। आखिरी गेंद पर जीत के लिए 2 रन चाहिए थे। एडगर शिफरली ने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर शॉट खेला और 1 रन ले लिया। ओवरथ्रो के दौरान इंग्लैंड ने बड़ी गलती की और नीदरलैंड को 4 विकेट से नाटकीय जीत मिली।
2010 में श्रीलंका को भारत के खिलाफ मिली शानदार जीत
साल 2010 के टी-20 विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम का मुकाबला श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ था। 164 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम के 2 बल्लेबाज जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद तिलकरत्ने दिलशान (33), कुमार संगाकारा (44) और एंजेलो मैथ्यूज (46) अच्छी पारियां खेली। आखिरी गेंद पर जीत के लिए उन्हें 3 रन चाहिए थे। चमारा कपुगेदेरा (37*) ने आशीष नेहरा की गेंद पर छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी।
2014 में दक्षिण अफ्रीका बनाम न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2014 के टी-20 विश्व कप में 171 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी। रॉस टेलर ने 37 गेंद में 62 रन की पारी खेली और अपनी टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया था। आखिरी ओवर में जीत के लिए कीवी टीम को सिर्फ 7 रन चाहिए थे। डेल स्टेन गेंदबाजी करने आए और उन्होंने 5 डॉट गेंदें डाल दी। दक्षिण अफ्रीका को इस रोमांचक मुकाबले में शानदार जीत मिली।
2022 में भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबला
भारत और पाकिस्तान के बीच 2022 के टी-20 विश्व कप में खेला गया मुकाबला लंबे समय तक याद रखा जाएगा। 160 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के 4 बल्लेबाज 31 रन पर पवेलियन में थे। यहां से विराट कोहली और हार्दिक पांड्या के बीच 113 रन की साझेदारी हुई। हार्दिक के आउट होने के बाद कोहली अंत तक डटे रहे और 33 गेंदों में 82 रन बनाए। रविचंद्रन अश्विन ने आखिरी गेंद पर विजयी रन बनाया।