IPL Final: क्या धोनी के रन आउट की वजह से हारी चेन्नई? जानें 3 मुख्य कारण
क्या है खबर?
IPL 2019 के फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने CSK को 1 रन से हराकर चौथी बार इस लीग के खिताब को अपने नाम किया।
टॉस जीत कर पहले खेलते हुए मुंबई इंडियंस ने 20 ओवरों में 149 रन बनाए थे। जिसके जवाब में चेन्नई के लिए वॉटसन ने 80 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन अंत में वो एक रन से मैच हार गई।
आइये जानते हैं फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की हार के तीन बड़े कारण।
टर्निंग प्वाइंट
एम एस धोनी का 'विवादित' रन आउट
IPL 2019 के फाइनल मुकाबले का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट एम एस धोनी का रन आउट माना जा रहा है।
क्रिकेट फैंस अंपायर के इस फैसले को गलत बता रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि यह सही फैसला था।
वैसे धोनी का रन आउट बेहद क्लोज था और तीसरे अंपायर को फैसला देने में काफी समय लगा था, लेकिन क्रिकेट में बेनिफिट ऑफ डाउट हमेशा बल्लेबाज के पक्ष में जाता है, लेकिन इस मैच में ऐसा नहीं हुआ।
बल्लेबाज़ी क्रम
हरभजन से पहले शार्दुल ठाकुर को भेजना
फाइनल मुकाबले में बल्लेबाज़ी क्रम भी चेन्नई की हार की बड़ी वजह मानी जा रही है।
आखिरी दो गेंदो में जब चेन्नई को जीत के लिए चार रनों की ज़रूरत थी, तो धोनी ने शार्दुल ठाकुर को बल्लेबाज़ी के लिए भेजा। जबकि वहां पर हरभजन सिंह को भेजा जा सकता था।
साथ ही धोनी ने इस मैच में ब्रावो को जडेजा से पहले भेजा जबकि पूरे टूर्नामेंट में जडेजा ने ब्रावो से पहले बल्लेबाज़ी की थी।
गलत फैसला
शेन वॉटसन का गलत टाइम पर रिस्क लेना
चेन्नई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 9 रनों की ज़रूरत थी। ऐसा लग रहा था कि चेन्नई आसानी से यह मैच जीत लेगी।
पहली तीन गेंदो में चार रन बनने के बाद वॉटसन ने चौथी गेंद पर रिस्की डबल लेने की कोशिश की और अपना विकेट गवा बैठे।
वॉटसन के साथ दूसरे छोर पर जडेजा थे। ऐसे में अगर वॉटसन उस गेंद पर एक रन लेते तो शायद आखिरी गेंद तक वह चेन्नई को मैच जिता सकते थे।