रतन टाटा के निधन पर खेल जगत ने भी दी श्रद्धांजलि, ऐसी रही प्रतिक्रियाएं
भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बीते बुधवार (9 अक्टूबर) की रात को निधन हो गया। मुंबई के एक अस्पताल में 86 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांसें लीं। खबरों के मुताबिक, वह पिछले कुछ समय से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे और अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे। उनके निधन के बाद खेल जगत से कई प्रतिक्रियाएं आई हैं। आइए उन पर एक नजर डालते हैं।
रोहित शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण ने रतन टाटा को किया याद
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने एक्स पर लिखा, 'एक ऐसे व्यक्ति जिसका दिल सोने जैसा था। सर, आपको हमेशा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा जिसने वास्तव में दूसरों की परवाह की और अपना जीवन दूसरों की बेहतरी के लिए जिया।' वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, 'हमारे देश के महान व्यक्तियों में से एक के रूप में एक युग का अंत हो गया। उन्हें अविश्वसनीय रोल-मॉडल होने के लिए हमेशा याद किया जाएगा।'
रतन टाटा ने पूरे देश को प्रेरित किया- नीरज चोपड़ा
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक और पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने भी दुख जाहिर किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'श्री रतन टाटा जी के निधन के बारे में सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे और मैं उनके साथ हुई बातचीत को कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने पूरे देश को प्रेरित किया। मैं प्रार्थना करता हूँ कि उनके प्रियजनों को शक्ति मिले। ओम शांति।'
वीरेंद्र सहवाग और रॉबिन उथप्पा ने जाहिर किया दुख
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने पोस्ट किया, 'हमने भारत के एक सच्चे रतन श्री रतन टाटा जी को खो दिया है। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा और वे हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे। ओम शांति।' रॉबिन उथप्पा ने पोस्ट करते हुए लिखा, 'श्री रतन टाटा के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। ईमानदारी और करुणा के साथ नेतृत्व करने का मतलब क्या होता है, यह दिखाने के लिए आपका धन्यवाद।'
सूर्यकुमार यादव और इरफान पठान ने भी दी श्रद्धांजलि
सूर्यकुमार यादव ने लिखा, "एक युग का अंत। दयालुता की प्रतिमूर्ति, सबसे प्रेरणादायक, एक अद्भुत व्यक्ति। सर आपने बहुत से दिलों को छुआ है। आपका जीवन राष्ट्र के लिए एक आशीर्वाद रहा है। आपकी अंतहीन सेवा के लिए धन्यवाद।' इरफान पठान ने लिखा, 'रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुखी हूं। वे सिर्फ एक लीडर ही नहीं थे, बल्कि लाखों लोगों के लिए एक सच्ची प्रेरणा थे। भारत के विकास पर उनका समर्पण, ईमानदारी और प्रभाव बेमिसाल है।