
टेस्ट क्रिकेट: भारतीय सरजमीं पर 10वें विकेट के लिए की गई सबसे बड़ी साझेदारियां
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बल्लेबाजी में कई अविश्वसनीय पारियां देखने को मिली हैं। अमूमन निचले क्रम के बल्लेबाजों से बड़ी पारी की उम्मीद कम ही होती है। हालांकि, कुछ मैचों में आखिरी नंबर के बल्लेबाजों ने धैर्य की अद्भुत मिसाल पेश की है। वेस्टइंडीज के जस्टिन ग्रीव्स और जेडन सील्स ने भारत के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में 10वें विकेट के लिए बेहतरीन साझेदारी की। इस बीच भारत में 10वें विकेट की सबसे बड़ी साझेदारियों के बारे में जानते हैं।
#1
अमीर इलाही-जुल्फिकार अहमद (104 रन, 1952)
पाकिस्तान के अमीर इलाही और जुल्फिकार अहमद ने 1952 में चेन्नई टेस्ट में बल्लेबाजी में कमाल किया था। अपनी पहली पारी में इस पाकिस्तानी जोड़ी ने 10वें विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की थी। यह भारत में 10वें विकेट की इकलौती शतकीय साझेदारी है। उस मैच में इलाही ने 47 रन और और जुल्फिकार ने नाबाद 63 रन बनाए थे। आखिरकार वो मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
#2
एंडी फ्लावर-हेनरी ओलोंगा (97* रन, 2000)
जिम्बाब्वे के एंडी फ्लावर ने 2000 में दिल्ली टेस्ट में अपनी पहली पारी में नाबाद 183 रन बनाए थे। उन्होंने 10वें विकेट के लिए हेनरी ओलोंगा के साथ मिलकर नाबाद 97 रन की साझेदारी की थी। उनकी पारी की मदद से जिम्बाब्वे ने पारी 422/9 के स्कोर पर घोषित की थी। इसके जवाब में भारत ने 458/4 के स्कोर पर पारी घोषित की थी। आखिरकार भारत ने 7 विकेट से मैच जीता था।
#3
इमरान खान-तौसीफ अहमद (81* रन, 1987)
पाकिस्तान के कप्तान इमरान खान ने 1987 में चेन्नई टेस्ट में भारत के खिलाफ शतक लगाया था। उन्होंने अपनी पहली पारी में 230 गेंदों में नाबाद 135 रन बनाए थे। उन्होंने निचले क्रम में तौसीफ अहमद के साथ मिलकर 10वें विकेट के लिए 81 रन जोड़े थे। तौसीफ 13 रन बनाकर नाबाद रहे थे और पाकिस्तान ने पहली पारी 487/9 के स्कोर पर घोषित की थी। आखिरकार चेन्नई टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
#4
जस्टिन ग्रीव्स-जेडन सील्स (79 रन, 2025)
दिल्ली टेस्ट में फॉल-ऑन खेलने पर मजबूर वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में जस्टिन ग्रीव्स और जेडन सील्स ने मिलकर 10वें विकेट के लिए 79 रन जोड़े। सील्स 32 रन बनाकर आउट हुए, जबकि ग्रीव्स 50 रन बनाकर नाबाद रहे। इनकी पारियों की मदद से वेस्टइंडीज ने अपनी दूसरी पारी 390 रन बनाए और भारत के सामने जीत के लिए 121 रन का लक्ष्य रखा। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में जॉन कैम्पबेल (115), और शाई होप (103) ने शतक लगाए थे।