अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद मुझे टीम मैनेजमेंट ने नहीं किया सपोर्ट- इरफान पठान
इरफान पठान ने टेस्ट के पहले ओवर में हैट्रिक लेकर अपनी स्विंग गेंदबाजी का बेहतरीन नमूना पेशा किया था। 2007 टी-20 विश्वकप फाइनल में वह मैन ऑफ द मैच रहे थे, लेकिन उनका इंटरनेशनल करियर काफी निराशाजनक तरीके से समाप्त हुआ। 2012 में भारत के लिए आखिरी मैच खेलने वाले इरफान ने इस साल की शुरुआत में ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था। अब इरफान ने कहा है कि उन्हें टीम मैनेजमेंट से जरूरी सपोर्ट नहीं मिला।
मैं दुर्भाग्यशाली खिलाड़ियों की लिस्ट में रहा- इरफान
स्पोर्ट्स तक से बातचीत के दौरान इरफान ने कहा कि जब उन्हें टीम से बाहर किया गया तो वह अपने आखिरी वनडे और टी-20 मैच में मैन ऑफ द मैच रहे थे। उन्होंने कहा, "रिद्धिमान साहा एक साल तक क्रिकेट नहीं खेलने के बाद भी टीम में वापस आए। जब वह बाहर थे तो पंत ने दो शतक लगाए थे, लेकिन साहा को मौका दिया गया। कुछ भाग्यशाली होते हैं और कुछ दुर्भाग्यशाली और मैं दुर्भाग्यशाली की लिस्ट में था।"
बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी मुझे नहीं मिला मौका- इरफान
2009 में युसुफ के साथ मिलकर श्रीलंका के खिलाफ भारत को बेहद करीबी मुकाबला जिताने वाले इरफान का मानना है कि उस प्रदर्शन के बाद किसी खिलाड़ी को एक साल तक टीम से बाहर नहीं किया जाता। उन्होंनें कहा, "हम न्यूजीलैंड में जाकर पांच वनडे खेले। सीरीज़ जीतने और एक मैच रद्द हो जाने के बावजूद मुझे आखिरी मैच में भी मौका नहीं मिला। मैंने गैरी कर्स्टन से पूछा तो उन्होंने कहा कि कुछ चीजें मेरे हाथ में नहीं हैं।"
धोनी ने कहा था कि सबकुछ प्लान के हिसाब से चल रहा- इरफान
इरफान ने यह भी बताया कि टीम में वापसी करने के लिए उन्होंने 2008 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एमएस धोनी से भी बात की थी। उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया दौरे पर धोनी का बयान आया कि इरफान सही गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं, लेकिन मुझे लगा कि मैंने पूरे सीरीज़ में अच्छी गेंदबाजी की थी। मैंने जब धोनी से पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है और सबकुछ प्लान के हिसाब से चल रहा है।"
विदेशी लीग्स में भारतीय खिलाड़ियों को खेलने की छूट मिलने की बात कह चुके हैं इरफान
इरफान ने 2017 में आखिरी बार IPL खेला था और वह विदेशी टी-20 लीग्स में खेलने की कोशिश भी कर रहे थे। हालांकि, तब तक एक्टिव क्रिकेटर रहने के कारण उन्हें BCCI से अनुमति नहीं मिली और वह किसी अन्य लीग में नहीं खेल सके। हाल ही में सुरेश रैना के साथ बात करते हुए कहा उन्होंने कहा था कि भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी टी-20 लीग्स में खेलने की छूट मिलनी चाहिए।