
प्रो कबड्डी लीग 2018: तमिल थलाइवाज के सामने पस्त हुए तेलुगू टाइटंस
क्या है खबर?
बीती रात खेले गए साउथ डर्बी में तमिल थलाइवाज ने तेलुगू टाइटंस को 27-23 के अंतर से हरा दिया।
इस साउथर्न डर्बी मुकाबले में थलाइवाज की टाइटंस पर प्रो कबड्डी लीग इतिहास की पहली जीत है।
थलाइवाज ने पहले हाफ में ही 8 अंकों की बढ़त बना ली थी और इसका फायदा उन्हें दूसरे हाफ में मिला जहां वे थोड़े कमजोर नजर आ रहे थे।
अजय ठाकुर ने डू ऑर डाई रेड में थलाइवाज के लिए सुपर रेड लगाई।
सुपर रेड
अजय ठाकुर रहे मैच के टॉप रेडर, बटोरे 8 पॉइंट
बीती रात के मैच में अजय टॉप रेडर रहे और उन्होंने 15 रेड में कुल 8 पॉइंट बटोरे।
पहले हाफ में 14 मिनट का खेल हुआ था और थलाइवाज के पास 4 अंकों की बढ़त थी, लेकिन उन्हें डू ऑर डाई रेड करनी थी।
अजय ने डू ऑर डाई रेड में अंक लेकर खुद को बचाने के साथ तूफानी सुपर रेड लगाई।
थलाइवाज को ठाकुर की एक रेड से 3 अंक मिले, जिससे मैच पर उनकी पकड़ मजबूत हो गई।
साउथ डर्बी
पहली बार तेलुगू टाइटंस को हरा पाई तमिल थलाइवाज
जोन-बी का यह मुकाबला इस मायने में भी काफी खास है, क्योंकि इसमें खेलने वाली दोनों टीमें एक ही जोन की थीं।
प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में तमिल थलाइवाज और तेलुगू टाइटंस 5 बार आपस में खेल चुके हैं, लेकिन पलड़ा हमेशा टाइटंस का ही भारी रहा है।
बीती रात पहली बार थलाइवाज ने टाइटंस को मात देने में सफलता हासिल की और दोनों टीमों के बीच खेले गए मुकाबलों में जीत का रिकॉर्ड 4-1 कर दिया।
स्टार बनाम स्टार
राहुल बनाम छिल्लर मुकाबला
राहुल चौधरी प्रो कबड्डी लीग इतिहास के सबसे बेहतरीन रेडर हैं। लीग इतिहास में सबसे ज्यादा रेड अंक राहुल के नाम हैं।
दूसरी ओर मंजीत छिल्लर के नाम सबसे ज्यादा टैकल अंक दर्ज हैं। मंजीत लीग के बेस्ट आल-राउंडर्स में से एक हैं।
बीती रात दोनों के बीच हुए आपसी मुकाबले में मंजीत भारी पड़े।
डू ऑर डाई रेड के दौरान राहुल अंक लेने की फिराक में थे, लेकिन मंजीत ने अकेले ही उनका शिकार कर लिया।
प्रो कबड्डी
अंक तालिका में टीमों की स्थिति
यू मुंबा लीग में पहले स्थान पर काबिज है। उन्होंने 14 मैचों से 56 अंक बटोरे हैं।
बीती रात दिल्ली के खिलाफ हार झेलने के बावजूद 12 मैचों से 48 अंकों के साथ गुजरात फॉर्च्यून जॉयंट्स दूसरे स्थान पर हैं।
जोन बी में बेंगलुरू बुल्स 10 मैचों से 40 अंक लेकर पहले स्थान पर है।
तेलुगू टाइटंस 10 मैचों में 31 अंकों के साथ चौथे स्थान पर है।
तमिल थलाइवाज 12 मैचों में 25 अंको के साथ सबसे नीचे हैं।