टी-20 विश्व कप 2022: नामीबिया ने श्रीलंका को हराकर उलटफेर किया, बने ये रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
टी-20 विश्व कप 2022 के ग्रुप-A के पहले मैच में नामीबिया क्रिकेट टीम ने उलटफेर करते हुए श्रीलंका क्रिकेट टीम को 55 रनों से हरा दिया।
नामिबिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जेन फ्रिलिंक की पारी (44) की मदद से सात विकेट खोकर 163 का स्कोर खड़ा किया।
जवाब में श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने निराश किया और पूरी टीम महज 108 पर ही सिमट गई।
मैच में बने रिकॉर्ड्स पर एक नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
नामीबिया ने ऐसे दर्ज की जीत
नामीबिया की खराब शुरुआत रही और टीम ने 35 के स्कोर तक अपने तीन विकेट खो दिए। पॉवरप्ले में खराब बल्लेबाजी करने वाली नामीबिया के लिए लोफ्टी-ईटन (20) और स्टीफन बार्ड (26) ने छोटी-छोटी पारी खेली। अंत में फ्रिलिंक ने 28 गेंदों में चार चौकों की बदौलत 44 रन बनाकर अच्छे स्कोर तक पहुंचा दिया।
जवाब में श्रीलंका ने 21 तक अपने तीन विकेट गंवा दिए। इसके बाद भी उन्होंने लगातार विकेट खोए और लक्ष्य से दूर रह गए।
गेंदबाजी
ऐसी रही नामीबिया की गेंदबाजी
नामीबिया से बर्नार्ड शोल्ट्ज़ ने उम्दा गेंदबाजी की। उन्होंने अपने चार ओवरों में 18 रन देकर दो विकेट हासिल किए। बल्ले से कमाल करने वाले फ्रिलिंक ने गेंदबाजी में 26 रन देकर दो विकेट हासिल किए।
जे जे स्मिट भी किफायती गेंदबाजी की और अपने तीन ओवरों में 16 रन देकर एक सफलता हासिल की।
स्टार ऑलराउंडर डेविड विजे ने 16 रन देकर दो विकेट अपने नाम किए।
ऐतिहासिक जीत
नामीबिया ने पहली बार श्रीलंका को हराया
यह नामीबिया क्रिकेट टीम की श्रीलंका के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय में पहली जीत है। इससे पहले दोनों टीमें सिर्फ एक मौके पर आमने-सामने हुई थी, जिसमें श्रीलंका ने जीत दर्ज की थी।
यह किसी सहयोगी देश की किसी पूर्ण सदस्य देश के खिलाफ टी-20 में रनों के मामले में तीसरे सबसे बड़ी जीत है।
बता दें सहयोगी देश रहते हुए सबसे बड़ी जीत (रनों के मामले में) का रिकॉर्ड अफगानिस्तान (81 रन, बनाम जिम्बाब्वे) के नाम दर्ज है।
रिकॉर्ड्स
नामीबिया ने बनाए ये रिकॉर्ड्स
नामीबिया ने श्रीलंका (163/7) के खिलाफ एक सहायक टीम द्वारा उच्चतम स्कोर का रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने इस संबंध में अफगानिस्तान (153/7, साल 2016), कनाडा (138, साल 2008) और आयरलैंड (135/7, साल 2009) को पीछे छोड़ दिया है।
विशेष रूप से नामीबिया ने एक पूर्ण सदस्य राष्ट्र के खिलाफ अपना सर्वोच्च स्कोर भी दर्ज किया।
इससे पहले उनका किसी पूर्ण सदस्य राष्ट्र के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर 161/4 था, जो उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ बनाया था।