सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में सफलतापूर्वक हासिल किए गए सबसे बड़े लक्ष्य
क्या है खबर?
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी भारत की सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टी-20 प्रतियोगिताओं में से एक है, जहां रोमांचक मुकाबले और यादगार रन चेज देखने को मिलते रहे हैं। इस टूर्नामेंट के इतिहास में कई टीमों ने दबाव भरी परिस्थितियों में लक्ष्य का पीछा करते हुए असाधारण प्रदर्शन किया है। बड़े स्कोर, आखिरी ओवर तक खिंचे मुकाबले और मैच जिताऊ पारियां इसकी पहचान रही हैं। ऐसे में आइए इस टूर्नामेंट के सबसे बड़े रन चेज पर नजर डालते हैं।
#1
236 रन- झारखंड बनाम पंजाब, 2025
साल 2025 के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पंजाब क्रिकेट टीम का सामना झारखंड क्रिकेट टीम से हुआ था। इस मुकाबले में झारखंड ने इतिहास रचते हुए सबसे सफल रन चेज कर लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए पंजाब ने सलील अरोड़ा के शानदार शतकीय पारी (125) के दम पर 235/6 का स्कोर बनाया था। जवाब में झारखंड ने 18.1 ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कुमार कुशाग्र के बल्ले से 42 गेंदों में 86 रन निकले थे।
#2
235 रन- मुंबई बनाम हरियाणा, 2025
साल 2025 में ही इस टूर्नामेंट में एक और बेहद रोमांचक मैच खेला गया। मुंबई क्रिकेट टीम ने 235 रनों का लक्ष्य 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया। हरियाणा क्रिकेट टीम ने कप्तान अंकित कुमार की शानदार 89 रन की पारी के दम पर 20 ओवर में 234/3 रन का स्कोर बनाया था। जवाब में यशस्वी जायसवाल (101 रन) और सरफराज खान (64 रन) की ताबड़तोड़ पारी के दम पर मुंबई ने 17.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
#3
230 रन- मुंबई बनाम आंध्र, 2024
टूर्नामेंट के इतिहास का तीसरा सबसे सफल रन चेज मुंबई ने ही किया था। उसने साल 2024 में आंध्र क्रिकेट टीम के खिलाफ 230 रन का लक्ष्य 19.3 ओवर में हासिल किया था। आंध्र के लिए केएस भरत ने 53 गेंदों में 93 रन की शानदार पारी खेली थी। जवाब में अजिंक्य रहाणे ने 54 गेंदों का सामना किया और 95 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। सूर्यांश शेडगे ने 8 गेंद में 30 रन बनाए थे।
#4
227 रन- पुडुचेरी बनाम आंध्र, 2021
साल 2021 में पुडुचेरी क्रिकेट टीम ने आंध्र क्रिकेट टीम के खिलाफ 227 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए आंध्र ने केएस भरत (62) और अंबाती रायडू (62) की पारियों के दम पर ये स्कोर खड़ा किया था। जवाब में पुडुचेरी के लिए शेल्डन जैक्सन ने उम्दा शतकीय पारी (106) खेली और टीम को 4 विकेट से जीत दिला दी थी। पारस डोगरा ने सिर्फ 18 गेंदों में 51 रन बनाए थे।