धोनी के साथ संन्यास लेने के 'राज' का आखिरकार सुरेश रैना ने किया खुलासा
भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया और उनके कुछ ही देर बाद बल्लेबाज सुरेश रैना ने भी संन्यास की घोषणा कर दी थी। उसके बाद सभी के मन में बड़ा सवाल यह था कि आखिर दोनों ने एक ही दिन संन्यास क्यों किया। रैना ने सोमवार को दैनिक जागरण से बात करते हुए इसका जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि धोनी के संन्यास का उन्हें पहले से पता था।
रैना ने किया संन्यास की घोषणा से पहले की बात का खुलासा
रैना ने कहा कि उन्होंने अपने हमवतन धोनी के संन्यास की घोषणा के साथ ही संन्यास लेने का मन बना लिया था। रैना ने कहा, "मुझे पता था कि धोनी चेन्नई पहुंचने के साथ ही अपने संन्यास की घोषणा करेंगे। इसलिए मैं तैयार था। मैं, पीयूष चावला, दीपक चाहर और कर्ण शर्मा 14 अगस्त को चार्टर्ड विमान से रांची पहुंचे थे और वहां से माही भाई और मोनू सिंह को अपने साथ लेकर चेन्नई के लिए रवाना हो गए थे।"
संन्यास की घोषणा के बाद गले मिलकर खूब रोए- रैना
रैना ने कहा, "हमारे संन्यास की घोषणा करने के बाद, हम गले मिले और बहुत रोए। मैंने, पीयूष, अंबाती रायुडू, केदार जाधव और कर्ण के साथ बैठकर अपने करियर और अपने रिश्ते के बारे में बात की। उसके बाद हमने रात में जमकर पार्टी की।"
15 अगस्त को ही दोनों ने क्यों किया संन्यास?
दोनों के 15 अगस्त को संन्यास लेने के राज का भी रैना ने खुलासा किया। उन्होंने कहा, "हमने पहले ही 15 अगस्त को संन्यास की घोषणा करने का मन बना लिया था।" उन्होंने कहा, "धोनी की जर्सी की संख्या 7 है और मेरी जर्सी संख्या 3 है। इसे एक साथ मिलाया जाए तो यह 73 बनाता है और 15 अगस्त को भारत की आजादी के भी 73 साल पूरे हुए थे। इसलिए इससे बेहतर दिन नहीं हो सकता था।"
विशेष प्रशिक्षण के लिए चेन्नई में जमा हुए है CSK के मार्की खिलाड़ी
बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कई मार्की खिलाड़ी 2020 के IPL से पहले एक छोटे से तैयारी शिविर के लिए चेन्नई में जमा हुए हैं। इससे पहले CSK टीम प्रबंधन को UAE जाने से पहले एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के लिए तमिलनाडु राज्य सरकार से आवश्यक अनुमति मिली थी। इस शिविर के बाद CSK की संभवतः 22 अगस्त को UAE के लिए उड़ान भरेगी और आगे की तैयारियों को अंजाम देगी।
रैना ने किया दोनों के बीच के संबंधों का खुलासा
रैना ने कहा कि धोनी और उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत लगभग साथ-साथ की थी। उन्होंने बताया, "धोनी ने अपने करियर की शुरुआत दिसंबर (2004) में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में की थी, जबकि मैंने अपना डेब्यू जुलाई (2005) में श्रीलंका के खिलाफ किया था।" उन्होंने कहा, "हम दोनों CSK में भी एक साथ रहे और इसलिए अब हम एक साथ ही रिटायर हो गए। अब हम आगे IPL खेलना जारी रखेंगे।"
वनडे में धोनी-रैना की साझेदारी
एमएस धोनी और सुरेश रैना की बेहतरीन जोड़ी में बहुत कुछ साझा किया है। दोनों ने 2011 का विश्व कप जीतने के साथ एक ही दिन क्रिकेट को अलविदा कहा है। हालांकि, साल 2000 के दौरान एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मैचों में उनका जोरदार प्रदर्शन रहा था। दोनों दिग्गजों ने एकसाथ बल्लेबाजी करते हुए 73 वनडे पारियों में 56.90 की अविश्वसनीय औसत से 3,585 रन बनाए हैं। यह उनके बेहतरीन आपसी तालमेल का उदाहरण है।