सुनील छेत्री अब भारतीय टीम के लिए नहीं खेलेंगे, अगले साल पेशेवर फुटबॉल भी छोड़ देंगे
क्या है खबर?
भारतीय फुटबॉल टीम के दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री अब भारत के लिए फुटबॉल खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। उन्होंने संन्यास की पुष्टि कर दी है। इस साल उन्होंने एएफसी एशियन कप 2027 के अंतिम दौर के मैचों के लिए चौंकाने वाली वापसी की थी। भारत के सबसे महान खिलाड़ियों में शुमार छेत्री ने पिछले साल जून में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लिया था, लेकिन पूर्व मुख्य कोच मैनोलो मार्क्वेज के आग्रह पर उन्होंने फिर से मैदान पर वापसी की थी।
फैसला
क्यों लिया छेत्री ने संन्यास का फैसला?
भारतीय टीम एशिया कप के लिए क्वालीफाई न कर पाने के बाद छेत्री ने तय कर लिया है कि अब अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से उनका सफर खत्म हो गया है। इसके साथ ही यह भी संभावना है कि 42 वर्षीय यह दिग्गज खिलाड़ी अगले साल पेशेवर फुटबॉल को भी पूरी तरह अलविदा कह दे। हालांकि, इसका फैसला इस बात पर निर्भर करेगा कि बेंगलुरु FC का प्रदर्शन आने वाले इंडियन सुपर लीग (ISL) संस्करण में कैसा रहता है।
जानकारी
छेत्री ने क्या कहा?
छेत्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "अगर हम ISL जीतते हैं तो मुझे क्लब के रंगों में खेलते हुए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उतरने का मौका मिलेगा। 42 की उम्र में यह आसान नहीं है। मैं इस संस्करण 15 गोल कर संन्यास लूंगा।"
बयान
भारतीय कोच से छेत्री ने कही ये बात
इस साल अगस्त में खालिद जमील को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। छेत्री ने बताया कि उन्होंने पहले ही जमील को अपने फैसले की जानकारी दी थी। छेत्री ने आगे कहा, "खालिद सर को बताना आसान था। मेरा उद्देश्य सिर्फ टीम की मदद करना था। अगर क्वालिफायर्स नहीं होते तो शायद मैं वापसी नहीं करता। जब साफ हो गया कि हम क्वालिफाई नहीं कर पाएंगे तो मैंने कोच को बताया और उन्होंने इसे समझा।"
करियर
छेत्री के करियर पर एक नजर
2005 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले छेत्री ने लगभग 2 दशक लम्बे अंतरराष्ट्रीय करियर में 156 मैच खेले, जिसमें 95 गोल किए। उन्होंने अपना करियर चौथे सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी के रूप में समाप्त किया। सक्रिय खिलाड़ियों में छेत्री से अधिक अंतरराष्ट्रीय गोल केवल क्रिस्टियानो रोनाल्डो (143) और लियोनल मेसी (114) ने किए हैं। रोनाल्डो और मेसी के अलावा ईरान के पूर्व दिग्गज अली डेई (108) ने छेत्री से अधिक गोल किए हैं।